शिमला: शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर आई है। इस साल स्कूलों में शिक्षकों के लगभग 4000 नए पद भरे जाएंगे। पिछले आंकड़ों की बात करें तो शिक्षा विभाग में बीते वर्षों में शिक्षकों की
4,261 नियुक्तियां की गई हैं, जिनमें 233 सहायक प्रोफैसर, 2,681 पी.जी.टी. व 943 टी.जी.टी. शिक्षक शामिल हैं। इसके अलावा पिछले 3 वर्षों के कार्यकाल में विभाग में 9,517 शिक्षकों और गैर-शिक्षकों को पदोन्नति प्रदान दी गई है। उच्चतर शिक्षा विभाग में 2,609 शिक्षकों व गैर-शिक्षकों की सेवाओं को नियमित किया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने 1,521 पी.जी.टी., 190 डी.पी.ई. और 61 सहायक प्रोफैसरों की सेवाओं को अनुबंध आधार पर लिया तथा 15 सहायक प्रोफैसर और 5 लिपिकों की सेवाओं का अधिग्रहण किया गया।प्राथमिक स्कूलों में शत-प्रतिशत रही है एनरोलमैंट
इस दौरान प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की एनरोलमैंट शत-प्रतिशत रही है। इस समय राज्य में 15,000 से अधिक शिक्षण संस्थान हैं। बीते 3 वर्षों में राज्य में 479 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को उच्च विद्यालयों में स्तरोन्नत किया गया तथा 392 उच्च विद्यालयों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्तरोन्नत किया गया। इन विद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने के लिए केवल उच्च शिक्षा विभाग में ही विभिन्न श्रेणियों के 4,511 पद सृजित किए गए। इस दौरान राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत वर्ष 2014-15, 2015-16 और 2016-17 में 38 नए महाविद्यालय खोले हैं और 4 महाविद्यालयों का अधिग्रहण किया गया तथा प्रत्येक महाविद्यालय के लिए प्रथम चरण में प्रति महाविद्यालय 5 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। इन महाविद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न श्रेणियों के 1,177 पद सृजित किए गए।
4,14,480 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया
प्रदेश के सभी वर्गों के पात्र छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करने के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत इस वर्ष 213.21 करोड़ रुपए की राशि व्यय कर 4,14,480 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया। 11वीं व 12वीं के 1,78,334 छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री वर्दी योजना के अंतर्गत 2 सैट प्रति विद्यार्थी मुफ्त वर्दियां प्रदान की गई हैं।