बिहारविद्यालय परीक्षा समिति ने बोर्ड परीक्षाओं में ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म
भरने का निर्देश दिया है। प्रदेश के 8280 स्कूलों में मात्र 980 स्कूलों
में कंप्यूटर उपलब्ध है। ऐसे में जिन स्कूलों में कंप्यूटर की व्यवस्था
नहीं है, वहां पर समिति के निर्देश पर स्कूल के प्रधानाचार्य के उपस्थिति
में फॉर्म भरने के वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। लेकिन प्रदेश के लगभग साढ़े
तीन हजार स्कूलों में प्रधानाचार्य ही नहीं है।
पटना के लगभग 100 स्कूल में प्रधानाचार्य ही नहीं है। परीक्षा फॉर्म भरवाने का काम स्कूल के क्लर्क कर रहे हैं।
पटनाके 30 फीसदी स्कूल सहायक भरोसे
पटनामें 350 स्कूल है। जिनमें से लगभग 30 फीसदी स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं है। साथ ही डेढ़ सौ स्कूलों में उप प्रधानाचार्य के पद भी रिक्त है। ऐसे में स्कूलों का संचालन वरिष्ठ क्रम के सबसे ऊपर शिक्षक के जिम्मे है। वे स्कूल संचालन के साथ ही बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। समिति के निर्देशानुसार बोर्ड परीक्षा फॉर्म प्रधानाचार्य के उपस्थिति में भरने का निर्देश दिया है। साथ ही फॉर्म भरने की व्यवस्था जिला शिक्षा पदाधिकारी को करनी थी। लेकिन, जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा प्रधानाचार्य विहीन स्कूलों में परीक्षा फॉर्म भरने के लिए कोई व्यक्ति नामांकित कर अधिकृत नहीं किया गया। कोई अपने से यह जिम्मेदारी ले भी नहीं रहा।
15जनवरी के अंक में प्रकाशित
12 जनवरी
क्लर्क के भरोसे परीक्षा फॉर्म
डीबीस्टार टीम ने प्रधानाचार्य विहीन स्कूलों में परीक्षा फॉर्म भरने की व्यवस्था के संबंध में वीरचंद पटेल मार्ग स्थित मिलर स्कूल और खगौल स्थित कस्तूरबा हाईस्कूल में बच्चे का अभिभावक बनकर बातचीत की और पूछा कि प्रधानाचार्य कहां है तो स्कूल के कर्मचारी ने कहा कि वे रिटायर हो गए हंै। परीक्षा फॉर्म भरने के संबंध में स्कूल के कर्मचारी का कहना था कि इसकी व्यवस्था की गई है। स्कूल के कर्मचारी फॉर्म साइबर कैफे में फॉर्म भरवा रहे हैं। कमोबेश यह स्थिति पटना के सभी स्कूलों की है। जिन स्कूलों में प्रधानाचार्य हैं और जहां नहीं है, दोनों जगहों पर परीक्षा फॉर्म भरवाने के काम स्कूल में कार्यरत क्लर्क ही कर रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में फॉर्म भरवाने वाले क्लर्क को कंप्यूटर की जानकारी नहीं है। वे फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे संचालक को सभी जानकारी सौंप देते हैं। यहां पर फॉर्म भरने के बाद एक्सेप्ट और रिजेक्ट का काम शिक्षक की जगह क्लर्क ही कर रहे हैं।
वरिष्ठ शिक्षकों की जिम्मेदारी है तब
प्रधानाचार्यविहीन स्कूलों में वरिष्ठ शिक्षकों के जिम्मे परीक्षा फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी है। बच्चों से सभी जानकारी एकत्रित कर संबंधित जगहों पर जाकर फॉर्म भरवाने की व्यवस्था उन्हें ही करनी है। ऐसे में दिए गए नियमों को तोड़ने की जानकारी मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मेदोदास, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना
स्कूल के प्रभारी सभी दायित्व देखेंगे
जिनस्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं हैं, वहां पर बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी स्कूल के प्रभारी की है। वे ही बच्चों के फॉर्म भरने से संबंधित सभी दायित्व का निर्वहन करेंगे। आनंदकिशोर, अध्यक्ष, बिहार बोर्ड
8280
DB Star
BIG issue
11 जनवरी
350
पटना के लगभग 100 स्कूल में प्रधानाचार्य ही नहीं है। परीक्षा फॉर्म भरवाने का काम स्कूल के क्लर्क कर रहे हैं।
पटनाके 30 फीसदी स्कूल सहायक भरोसे
पटनामें 350 स्कूल है। जिनमें से लगभग 30 फीसदी स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं है। साथ ही डेढ़ सौ स्कूलों में उप प्रधानाचार्य के पद भी रिक्त है। ऐसे में स्कूलों का संचालन वरिष्ठ क्रम के सबसे ऊपर शिक्षक के जिम्मे है। वे स्कूल संचालन के साथ ही बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। समिति के निर्देशानुसार बोर्ड परीक्षा फॉर्म प्रधानाचार्य के उपस्थिति में भरने का निर्देश दिया है। साथ ही फॉर्म भरने की व्यवस्था जिला शिक्षा पदाधिकारी को करनी थी। लेकिन, जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा प्रधानाचार्य विहीन स्कूलों में परीक्षा फॉर्म भरने के लिए कोई व्यक्ति नामांकित कर अधिकृत नहीं किया गया। कोई अपने से यह जिम्मेदारी ले भी नहीं रहा।
15जनवरी के अंक में प्रकाशित
12 जनवरी
क्लर्क के भरोसे परीक्षा फॉर्म
डीबीस्टार टीम ने प्रधानाचार्य विहीन स्कूलों में परीक्षा फॉर्म भरने की व्यवस्था के संबंध में वीरचंद पटेल मार्ग स्थित मिलर स्कूल और खगौल स्थित कस्तूरबा हाईस्कूल में बच्चे का अभिभावक बनकर बातचीत की और पूछा कि प्रधानाचार्य कहां है तो स्कूल के कर्मचारी ने कहा कि वे रिटायर हो गए हंै। परीक्षा फॉर्म भरने के संबंध में स्कूल के कर्मचारी का कहना था कि इसकी व्यवस्था की गई है। स्कूल के कर्मचारी फॉर्म साइबर कैफे में फॉर्म भरवा रहे हैं। कमोबेश यह स्थिति पटना के सभी स्कूलों की है। जिन स्कूलों में प्रधानाचार्य हैं और जहां नहीं है, दोनों जगहों पर परीक्षा फॉर्म भरवाने के काम स्कूल में कार्यरत क्लर्क ही कर रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में फॉर्म भरवाने वाले क्लर्क को कंप्यूटर की जानकारी नहीं है। वे फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे संचालक को सभी जानकारी सौंप देते हैं। यहां पर फॉर्म भरने के बाद एक्सेप्ट और रिजेक्ट का काम शिक्षक की जगह क्लर्क ही कर रहे हैं।
वरिष्ठ शिक्षकों की जिम्मेदारी है तब
प्रधानाचार्यविहीन स्कूलों में वरिष्ठ शिक्षकों के जिम्मे परीक्षा फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी है। बच्चों से सभी जानकारी एकत्रित कर संबंधित जगहों पर जाकर फॉर्म भरवाने की व्यवस्था उन्हें ही करनी है। ऐसे में दिए गए नियमों को तोड़ने की जानकारी मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मेदोदास, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना
स्कूल के प्रभारी सभी दायित्व देखेंगे
जिनस्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं हैं, वहां पर बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी स्कूल के प्रभारी की है। वे ही बच्चों के फॉर्म भरने से संबंधित सभी दायित्व का निर्वहन करेंगे। आनंदकिशोर, अध्यक्ष, बिहार बोर्ड
8280
DB Star
BIG issue
11 जनवरी
350