कैमूर। कुदरा के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनंत ¨सह ने गुरूवार को
प्रखंड के करीब आधा दर्जन विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान
व्यापक अनियमितताएं देखने को मिली। कई जगहों पर वे विद्यालयों की स्थिति
देख कर हैरान रह गए।
लग ही नहीं रहा था की अतीत में उनकी खोज खबर ली गई हो। कहीं विद्यालय बंद मिला तो कहीं विद्यालय निर्माण की राशि से संबंधित घोटाला देखने को मिला। विद्यालयों के निरीक्षण का क्रम साढ़े दस बजे से साढ़े बारह बजे तक चला। मिली जानकारी के अनुसार बीईओ जब 11.55 बजे भेलमा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो छुट्टी का दिन नहीं रहने के बावजूद विद्यालय में ताला लगा पाया। वहां कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। सिर्फ पांच-छह बच्चे विद्यालय के बाहर खेल रहे थे। बीईओ द्वारा पूछे जाने पर बच्चों ने बताया कि एक रोज पहले उन्हें प्रधानाध्यापिका द्वारा विद्यालय बंद रहने की पूर्व सूचना दी गई थी। इसके पहले जब बीईओ झलखोरिया गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो पाया कि वहां भवन निर्माण की करीब नौ लाख 99 हजार रुपये की प्राक्कलित राशि की दो वर्ष पूर्व ही पूर्ण निकासी हो जाने के बावजूद विद्यालय भवन की दशा काफी खराब थी। विद्यालय की न फर्श पूरी तरह से बनी थी न छत की सी¨लग। करीब एक लाख बीस हजार रुपये की किचेन शेड की राशि की निकासी के बावजूद उसकी दशा सुरक्षित व संतोषजनक नहीं थी। साफ पता चल रहा था कि विद्यालय की राशि में घोटाला किया गया था। इस संबंध में बीईओ ने बताया कि ये गंभीर मामले हैं और जिला शिक्षा कार्यालय को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में एमडीएम की पंजी नियमित रूप से संधारित नहीं मिली। एमडीएम की सबसे अधिक गड़बड़ी घटेयां गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखने को मिली। वहां वर्ग छह से आठ कक्षाओं में निरीक्षण के समय मौजूद छात्रों की तुलना में 40 से अधिक छात्रों की उपस्थिति बनाई गई थी। छात्रों की उपस्थिति के अनुसार 19 किलो चावल पकाने के लिए दिया जाना चाहिए था। लेकिन आठ किलो चावल ही पकाने के लिए दिया गया पाया। जाहिर था कि यह पूरा मामला मिड डे मिल की राशि व राशन मे घोटाला का था। सबसे पहले बीईओ इसी विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान नदोखर गांव में स्थित विद्यालय की स्थिति संतोषजनक पाई गई। लेकिन घटांव गांव स्थित विद्यालय के आधा दर्जन शिक्षक कक्षा की अवधि में कक्षा से बाहर गपशप करते देखे गए। बीईओ के औचक निरीक्षण से शिक्षकों में हड़कंप है। उल्लेखनीय है कि कुदरा के बीईओ के प्रभार में इन दिनों मोहनियां के बीईओ अनंत ¨सह हैं। पूर्व के बीईओ के कार्यकाल में कुदरा के विद्यालयों में अनियमितताएं व मनमानी बढ़ गई है। नए प्रभारी बीईओ की कार्यशैली से प्रखंड की शैक्षणिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जगी है।
लग ही नहीं रहा था की अतीत में उनकी खोज खबर ली गई हो। कहीं विद्यालय बंद मिला तो कहीं विद्यालय निर्माण की राशि से संबंधित घोटाला देखने को मिला। विद्यालयों के निरीक्षण का क्रम साढ़े दस बजे से साढ़े बारह बजे तक चला। मिली जानकारी के अनुसार बीईओ जब 11.55 बजे भेलमा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो छुट्टी का दिन नहीं रहने के बावजूद विद्यालय में ताला लगा पाया। वहां कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। सिर्फ पांच-छह बच्चे विद्यालय के बाहर खेल रहे थे। बीईओ द्वारा पूछे जाने पर बच्चों ने बताया कि एक रोज पहले उन्हें प्रधानाध्यापिका द्वारा विद्यालय बंद रहने की पूर्व सूचना दी गई थी। इसके पहले जब बीईओ झलखोरिया गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो पाया कि वहां भवन निर्माण की करीब नौ लाख 99 हजार रुपये की प्राक्कलित राशि की दो वर्ष पूर्व ही पूर्ण निकासी हो जाने के बावजूद विद्यालय भवन की दशा काफी खराब थी। विद्यालय की न फर्श पूरी तरह से बनी थी न छत की सी¨लग। करीब एक लाख बीस हजार रुपये की किचेन शेड की राशि की निकासी के बावजूद उसकी दशा सुरक्षित व संतोषजनक नहीं थी। साफ पता चल रहा था कि विद्यालय की राशि में घोटाला किया गया था। इस संबंध में बीईओ ने बताया कि ये गंभीर मामले हैं और जिला शिक्षा कार्यालय को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में एमडीएम की पंजी नियमित रूप से संधारित नहीं मिली। एमडीएम की सबसे अधिक गड़बड़ी घटेयां गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखने को मिली। वहां वर्ग छह से आठ कक्षाओं में निरीक्षण के समय मौजूद छात्रों की तुलना में 40 से अधिक छात्रों की उपस्थिति बनाई गई थी। छात्रों की उपस्थिति के अनुसार 19 किलो चावल पकाने के लिए दिया जाना चाहिए था। लेकिन आठ किलो चावल ही पकाने के लिए दिया गया पाया। जाहिर था कि यह पूरा मामला मिड डे मिल की राशि व राशन मे घोटाला का था। सबसे पहले बीईओ इसी विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान नदोखर गांव में स्थित विद्यालय की स्थिति संतोषजनक पाई गई। लेकिन घटांव गांव स्थित विद्यालय के आधा दर्जन शिक्षक कक्षा की अवधि में कक्षा से बाहर गपशप करते देखे गए। बीईओ के औचक निरीक्षण से शिक्षकों में हड़कंप है। उल्लेखनीय है कि कुदरा के बीईओ के प्रभार में इन दिनों मोहनियां के बीईओ अनंत ¨सह हैं। पूर्व के बीईओ के कार्यकाल में कुदरा के विद्यालयों में अनियमितताएं व मनमानी बढ़ गई है। नए प्रभारी बीईओ की कार्यशैली से प्रखंड की शैक्षणिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जगी है।