गया। शहर के 31 परीक्षा केंद्रों पर रविवार को सिविल कोर्ट के क्लर्क की
परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाया गया
था। एक पाली की हुई परीक्षा में लगभग 70 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने सिविल
कोर्ट के क्लर्क पद के लिए परीक्षा दी।
सिविल कोर्ट के क्लर्क पद के लिए हुए परीक्षा में परीक्षार्थियों के साथ ही केंद्राधीक्षकोंको भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सभी परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बनना था। परंतु, बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों पर जितनी संख्या में बायोमेट्रिक सिस्टम के जरिए अटेंडेंस बनाने के लिए जितनी मशीन भेजना चाहिए था। नहीं भेजा गया। इस कारण परीक्षार्थियों ने कई परीक्षा केंद्रों पर पहले अटेंडेंस बनाने को लेकर हंगामा किया। परंतु, केंद्राधीक्षक द्वारा समझाने के बाद परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। प्लस-टू जिला स्कूल में सैकड़ों परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षा देने के बाद बनाया गया। जिला स्कूल के प्राचार्य डा रणजीत कुमार ने बताया कि बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बनाने वाली मशीन एजेंसी द्वारा कम लाया गया था। इस कारण से परेशानी हुई। वहीं प्लस-टू काशमी हाई स्कूल तक पहुंचाने के लिए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए नाली के पानी से होकर जाना पड़ा। सिर्फ इसी परीक्षा केंद्र पर ही नहीं बल्कि दर्जनों परीक्षा केंद्रों पर जाने के लिए परीक्षार्थियों को इस प्रकार की ही परेशानी का सामना करना पड़ा।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
सिविल कोर्ट के क्लर्क पद के लिए हुए परीक्षा में परीक्षार्थियों के साथ ही केंद्राधीक्षकोंको भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सभी परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बनना था। परंतु, बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों पर जितनी संख्या में बायोमेट्रिक सिस्टम के जरिए अटेंडेंस बनाने के लिए जितनी मशीन भेजना चाहिए था। नहीं भेजा गया। इस कारण परीक्षार्थियों ने कई परीक्षा केंद्रों पर पहले अटेंडेंस बनाने को लेकर हंगामा किया। परंतु, केंद्राधीक्षक द्वारा समझाने के बाद परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। प्लस-टू जिला स्कूल में सैकड़ों परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षा देने के बाद बनाया गया। जिला स्कूल के प्राचार्य डा रणजीत कुमार ने बताया कि बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षार्थियों का अटेंडेंस बनाने वाली मशीन एजेंसी द्वारा कम लाया गया था। इस कारण से परेशानी हुई। वहीं प्लस-टू काशमी हाई स्कूल तक पहुंचाने के लिए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए नाली के पानी से होकर जाना पड़ा। सिर्फ इसी परीक्षा केंद्र पर ही नहीं बल्कि दर्जनों परीक्षा केंद्रों पर जाने के लिए परीक्षार्थियों को इस प्रकार की ही परेशानी का सामना करना पड़ा।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC