सीतामढ़ी: बिहार के विभिन्न जिलों में पड़ रही हड्डी गला
देने वाली ठंड से हर कोई बहाल है। छोटे-छोटे बच्चों को ठंड में स्कूल
आने-जाने में कितना सितम झेलना पड़ता होगा, का सहज अंदाजा लगाया जा सकता
है।
स्कूली बच्चों की इस परेशानी का प्रशासन को भलीभांति एहसास है। कुछ दिन
पहले विभिन्न जिलों में प्रशासन के स्तर से ठंड से बच्चों के बचाव के लिए
16 जनवरी तक स्कूलों में कक्षा आठ तक की पढ़ाई पर रोक लगा दी गई थी। एक बार
जिला प्रशासनों के स्तर से छुट्टी की इस अवधि को बढ़ा दिया गया है, जो
छोटे बच्चों के लिए बड़ी राहत की बात है।
किस जिले में कब तक के लिए छुट्टी
सीतामढ़ी
जिले में डीएम मनेश कुमार मीणा ने छुट्टी की अवधि 20 जनवरी तक के लिए बढ़ा
दी है। खास बात यह कि इस छुट्टी का लाभ सिर्फ कक्षा आठ तक के बच्चों को
मिलेगा। कक्षा नौ और उसके ऊपर के बच्चों को इस छुट्टी से मुक्त रखा गया है।
इधर, शिवहर जिले में डीएम ने 18 जनवरी तक के लिए बंद कराया है। यह आदेश
निजी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी लागू होगा। सीतामढ़ी जिला में
कक्षा नौ से ऊपर के कक्षाओं का संचालन सुबह नौ बजे से 3:30 बजे तक, तो
शिवहर जिला में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक होगा। शिवहर डीएम ने सभी एसडीओ,
बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष और सीडीपीओ को आदेश का पालन दृढ़ता पूर्वक कराने का
निर्देश दिया है।
मुजफ्फरपुर जिला में 20 तक छुट्टी
मुजफ्फरपुर
डीएम ने कक्षा आठ तक का संचालन 20 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है।
वहीं, अन्य कक्षाएं सुबह 9:30 बजे से 3:30 बजे तक संचालित होगी। डीएम ने
जारी पत्र में कहा है कि यह ताजा आदेश 17 जनवरी से प्रभावी होगा। पटना में
भी 20 जनवरी तक कक्षाएं स्थगित कर दी गई है। शेखपुरा, सुपौल, आरा, मधुबनी,
औरंगाबाद, बेतिया, मोतिहारी में 18 जनवरी तक, मुंगेर, गोपालगंज, जहानाबाद,
समस्तीपुर, किशनगंज में 20 जनवरी तक, गया जिला में 19 जनवरी तक, दरभंगा में
21 जनवरी तक कक्षा आठ के बच्चों का पठन-पाठन स्थगित कर दिया गया है।
इन पर आदेश का असर नहीं
डीएम
के आदेश का असर 'मिशन दक्ष' और बोर्ड परीक्षा के लिए संचालित विशेष
कक्षाओं पर नहीं पड़ेगा। बता दें कि पिछले दिनों सीतामढ़ी समेत अन्य जिलों
में ठंड से स्कूली बच्चों के बीमार पड़ने की खबरें आई थी। सीतामढ़ी में दो
बच्चों की मौत भी हो चुकी है, जिसमें एक बच्चा डीएवी स्कूल, डुमरा का था।
बहरहाल, पढ़ाई स्थगित रखने की अवधि बढ़ने से सिर्फ बच्चे ही नहीं, बल्कि
उनके अभिभावक भी काफी राहत महसूस कर रहे हैं।