पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 35 हजार शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतनादि के लिए शिक्षा विभाग अगले एक दो दिन में पैसे जारी कर देगा। शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने सहमति दे दी है और वित्त विभाग से संचिका शिक्षा विभाग वापस आ चुकी है।
अब महालेखाकार की अनुमति लेकर विश्वविद्यालयों को पैसे जारी कर दिये जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार, 27 सितम्बर को ही राज्य मंत्रिमंडल ने विश्वविद्यालयों व अंगीभूत महाविद्यालयों के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन और पेंशन दशहरा के पहले देने के लिए 2020 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी। इसके तीन दिन बाद ही शिक्षा विभाग में आग लग गई। इससे अन्य निदेशालयों के साथ ही उच्चशिक्षा निदेशालय का भी कामकाज बाधित हो गया। इस बीच वित्त विभाग से स्वीकृति मिलते ही मंगलवार को उच्चशिक्षा निदेशालय में वेतन जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। बुधवार को प्रस्ताव पर शिक्षा सचिव जीतेन्द्र श्रीवास्तव के हस्ताक्षर के बाद महालेखाकार की अनुमति लेकर पैसा विश्वविद्यालयों को भेज दिये जाएंगे। इसके बाद जून से सितम्बर तक के चार महा के बकाये वेतन का भुगतान होगा। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया को दशहरा के पहले पूर्ण होने के आसार कम ही हैं। शुक्रवार तक ही सरकार में कामकाज होगा उसके बाद पांच-छह दिन की छुट्टी रहेगी। इस बीच पैसा विश्वविद्यालय चला भी जाता है तो शिक्षकों -कर्मचारियों के खाते में जाने में पर्व बीत चुका होगा।
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अब महालेखाकार की अनुमति लेकर विश्वविद्यालयों को पैसे जारी कर दिये जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार, 27 सितम्बर को ही राज्य मंत्रिमंडल ने विश्वविद्यालयों व अंगीभूत महाविद्यालयों के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन और पेंशन दशहरा के पहले देने के लिए 2020 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी। इसके तीन दिन बाद ही शिक्षा विभाग में आग लग गई। इससे अन्य निदेशालयों के साथ ही उच्चशिक्षा निदेशालय का भी कामकाज बाधित हो गया। इस बीच वित्त विभाग से स्वीकृति मिलते ही मंगलवार को उच्चशिक्षा निदेशालय में वेतन जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। बुधवार को प्रस्ताव पर शिक्षा सचिव जीतेन्द्र श्रीवास्तव के हस्ताक्षर के बाद महालेखाकार की अनुमति लेकर पैसा विश्वविद्यालयों को भेज दिये जाएंगे। इसके बाद जून से सितम्बर तक के चार महा के बकाये वेतन का भुगतान होगा। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया को दशहरा के पहले पूर्ण होने के आसार कम ही हैं। शुक्रवार तक ही सरकार में कामकाज होगा उसके बाद पांच-छह दिन की छुट्टी रहेगी। इस बीच पैसा विश्वविद्यालय चला भी जाता है तो शिक्षकों -कर्मचारियों के खाते में जाने में पर्व बीत चुका होगा।