स्नातक ग्रेड शिक्षकों की वरीयता - -
- - निदेशक (प्राथमिक शिक्षा), शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के पत्रांक 809 दिनांक 05.12.2012 की ...
👉कंडिका 3(iv) के अनुसार म. वि. में स्नातक ग्रेड के नियोजित शिक्षक सभी पूर्वनियोजित बेसिक ग्रेड शिक्षकों से वरीय हैं ।
उपस्थिति पंजी में इनका नाम सभी पुराने व नये बेसिक ग्रेड नियोजित शिक्षकों से ऊपर/पहले अंकित होगा ।
- - यदि किसी म. वि. में जिला संवर्ग के नियमित शिक्षक पदस्थापित नहीं हैं और स्नातक ग्रेड शिक्षक का नियोजन हुआ है, तो इस पत्र की ...
👉कंडिका 2(iii) के अनुसार स्नातक ग्रेड शिक्षक 'प्रधान शिक्षक' के प्रभार में रहेंगे तथा प्रधानाध्यापक (वित्तीय) का प्रभार बगल के मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मिलेगा ।
- - इस आशय का आवेदन एक सप्ताह के अन्तराल पर क्रमशः BEO, DPO (स्थापना), DEO तथा DM को दें । फिर बार-बार विभागीय आदेश के उल्लंघन का जिक्र करते हुए आवेदन DM को दें, साथ ही निदेशक प्रा. शिक्षा को भी । क्योंकि जिला से पत्र निर्गत होने पर भी इसका अनुपालन नहीं होता है । इससे संबंधित हर DM को तथा निदेशक को बार-बार शिकायत किया जाना जरूरी है । यदि भविष्य में नियोजित शिक्षकों को वित्तीय प्रभार देने पर रोक हटाया जाता है, तो उस समय सिर्फ प्रभार का हस्तांतरण होगा, न कि वरीयता की लड़ाई । बेहतर है समय रहते यह कार्य हो जाना चाहिए ।
- - निदेशक (प्राथमिक शिक्षा), शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के पत्रांक 809 दिनांक 05.12.2012 की ...
👉कंडिका 3(iv) के अनुसार म. वि. में स्नातक ग्रेड के नियोजित शिक्षक सभी पूर्वनियोजित बेसिक ग्रेड शिक्षकों से वरीय हैं ।
उपस्थिति पंजी में इनका नाम सभी पुराने व नये बेसिक ग्रेड नियोजित शिक्षकों से ऊपर/पहले अंकित होगा ।
- - यदि किसी म. वि. में जिला संवर्ग के नियमित शिक्षक पदस्थापित नहीं हैं और स्नातक ग्रेड शिक्षक का नियोजन हुआ है, तो इस पत्र की ...
👉कंडिका 2(iii) के अनुसार स्नातक ग्रेड शिक्षक 'प्रधान शिक्षक' के प्रभार में रहेंगे तथा प्रधानाध्यापक (वित्तीय) का प्रभार बगल के मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मिलेगा ।
- - इस आशय का आवेदन एक सप्ताह के अन्तराल पर क्रमशः BEO, DPO (स्थापना), DEO तथा DM को दें । फिर बार-बार विभागीय आदेश के उल्लंघन का जिक्र करते हुए आवेदन DM को दें, साथ ही निदेशक प्रा. शिक्षा को भी । क्योंकि जिला से पत्र निर्गत होने पर भी इसका अनुपालन नहीं होता है । इससे संबंधित हर DM को तथा निदेशक को बार-बार शिकायत किया जाना जरूरी है । यदि भविष्य में नियोजित शिक्षकों को वित्तीय प्रभार देने पर रोक हटाया जाता है, तो उस समय सिर्फ प्रभार का हस्तांतरण होगा, न कि वरीयता की लड़ाई । बेहतर है समय रहते यह कार्य हो जाना चाहिए ।