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ग्रैजुएशन में आर्ट्स के साथ गणित पढ़ने वाले भी अब बन सकेंगे मैथ के टीचर

पटना.भौतिकी और रसायनशास्त्र की बजाय आर्ट्स विषयों के साथ गणित में स्नातक करने वाले भी अब इस विषय के शिक्षक बन सकेंगे। फिलहाल गणित के शिक्षक की बहाली के लिए उम्मीदवार का भौतिकी और रसायनशास्त्र के साथ गणित में स्नातक होना जरूरी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षामंत्री डॉ. अशोक चौधरी और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन को मौजूदा नियम की समीक्षा कर आवश्यक बदलाव करने का आदेश दिया।

सहरसा के प्रभात कुमार सिंह ने सोमवार को लोक संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया। उनका कहना था कि ओडिशा और राजस्थान समेत कई राज्यों में अन्य विषयों के साथ गणित में स्नातक करने वाले भी गणित का शिक्षक बहाल होते हैं। बिहार में ऐसे छात्रों की बड़ी तादाद है, लेकिन बहाली में इन्हें मौका नहीं मिलता है। मुजफ्फरपुर के आनंद मोहन ने दसवीं में अंग्रेजी को अनिवार्य बनाने का सुझाव दिया।
वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी चयन के मानक में हो बदलाव : दरभंगा के ही प्रदीप कुमार चौधरी ने वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी चयन के वार्षिक आय के मानक में बदलाव करने का सुझाव दिया। उनका कहना था कि ग्रामीण इलाके में सालाना 5000 रुपए और शहरी इलाके में 5500 रुपए सालाना आय वालों को ही वृद्धावस्था पेंशन देने का प्रावधान है। इसे बढ़ाकर सालाना डेढ़ लाख रुपए किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए कहा।
25 से आईजीआईएमएस में होगी ओपन हार्ट सर्जरी
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने कहा कि 25 जनवरी से आईजीआईएमएस में ओपन हार्ट सर्जरी की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। पटना के डॉ. (मेजर) प्रभात कुमार की मांग पर प्रधान सचिव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले चरण में इंदिरा गांधी हृदयरोग संस्थान में भी हार्ट सर्जरी शुरू हो जाएगी। डॉ. प्रभात का कहना था कि कम उम्र के बच्चों में भी हृदयरोग के मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन, बिहार में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा नहीं है। उनका कहना था कि पीपीपी मोड पर सरकार को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाना चाहिए।
बड़े लक्ष्य के लिए आपसी मतभेद छोड़ें दल
मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में भाजपा के खिलाफ दलों को आपसी मतभेद किनारे रख देने की सलाह दी है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर कहा कि मैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह इसी तरह मिल गए हैं, जैसे बिहार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मेरा और लालू प्रसाद का मिल जाना दूसरों के लिए उदाहरण तो है ही, बड़े लक्ष्य को पाने के लिए आपसी मतभेद को छोड़ देना पड़ता है।
सरकार दवा दुकान खोलेगी तो दुकानदार स्थायी नौकरी मांगने लगेंगे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर सरकार दवा दुकान खोलने लगेगी तो दुकानदार धरने पर बैठकर सरकारी नौकरी के लिए आंदोलन करने लगेंगे। बिहार अद्‌भुत जगह है। यहां कोई काम शुरू करने से पहले बहुत सोचना पड़ता है। वैशाली के अरुण कुमार और चंदन कुमार ने मुख्यमंत्री से राज्य में जेनरिक दवाओं की बिक्री के लिए सरकारी दुकानें खोलने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी दवा दुकान खुली तो दुकानदार दो दिन तो काम करेगा, उसके बाद दुकान बंद कर स्थायी सरकारी नौकरी के लिए आंदोलन करने लगेंगे। यहां तो जन वितरण प्रणाली का दुकानदार भी सरकारी नौकरी मांगता है। सरकारी धन जनता का पैसा होता है। इसे बर्बाद नहीं किया जा सकता है।

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