Advertisement

मानव श्रृंखला से अलग रहेंगे नियोजित शिक्षक

बेतिया। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले नियोजित शिक्षकों ने शनिवार को समाहरणालय के समक्ष धरना दिया। इसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने की। इसके पूर्व शिक्षकों ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहारणालय पहुंचे, जहां धरना पर बैठ गए। धरनासभा को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन प्रसाद ने कहा कि समान काम समान वेतन उनका संवैधानिक अधिकार हैं। इस पर उच्च न्यायालय भी अपना मुहर लगा चूका हैं बावजूद सरकार उनका शोषण कर रही हैं। उन्होने कहा कि सरकार उनके मांगों की पूर्ति ससमय नहीं करती हैं तो शिक्षक 21 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला का बहिष्कार करेंगे। इस पर भी बात नहीं बनी तो एक फरवरी से हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। उन्होने कहा कि मांगों की पूर्ति होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि सरकार शिक्षकों का शोषण कर रही हैं। जिसका ज्वलंत उदाहरण सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में समान काम समान वेतन के खिलाफ एसपीएल दायर हैं। जिला सचिव यादवलाल चौधरी एवं प्रमंडलीय सचिव राकेश रोशन ने कहा कि सरकार शिक्षक व शिक्षा को समाप्त करना चाहती हैं। गरीबों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की ढोल पीटने वाली सरकार शिक्षकों को ही समाप्त करने की रणनीति पर काम कर रही हैं। आलम यह हैं कि विगत छह माह से शिक्षक वेतन को लाले हैं और सरकार उनके खिलाफ मुकदमा दायर करने में व्यस्त हैं। वक्ताओं ने शिक्षकों को अपनी एकता बनाए रखने की अपील की। धरना को जिला महासचिव मंकेश्वर राम, राजेश खन्ना, संजय पटेल, अमरेन्द्र कुमार आदि ने संबोधित किया। धरना में सुधीरदत्त गुप्ता, रमेश गुप्ता, अतिउरहमान, अजय यादव, शिवशंकर यादव, महेश राम, अर¨वद उपाध्याय, सुनील उपाध्याय, नंदकिशोर प्रसाद,नंदू प्रसाद, गेनालाल शर्मा, नवीन कुमार, रमेश कुमार, मुकेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। अंत में शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से अपनी 15 सूत्री मांग पत्र सीएम को सौंपा।
इनसेट
जन अधिकार पार्टी का मिला साथ, शिक्षकों की मांग को बताया जायज

बेतिया : जन अधिकार पार्टी की ओर से शनिवार को धरना दिया गया, जिसमें शिक्षकों के साथ पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी धरना में शामिल हुए। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष यादवेन्द्र यादव ने किया। धरना को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा कि 6 लाख नियोजित शिक्षक एवं 12 लाख कर्मचारी संविदा पर कार्य कर रहे हैं। हद तो यह हैं कि इनसे काम ज्यादा और वेतन कम दिया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि नियमित कर्मचारियों की भांति इन्हें वेतन देने का फैसला उच्च न्यायालय भी सुना चुका हैं। बावजूद सरकार कम वेतन देकर सरकार का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण व अमानवीय हैं। इस दौरान अपनी पांच सूत्री मांगों पर पर जोर दिया। धरना को जिला युवा अध्यक्ष श्यामबिहारी यादव, रविन्द्र मिश्र, भूषण चौधरी, परशुराम मिश्र, शंकर यादव, पप्पु ¨सह, शैलेश यादव, मंजेश कुमार आदि ने संबोधित किया।

UPTET news

Blogger templates