मुजफ्फरपुर। अप्रशिक्षित 47 शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
इनकी संख्या तब और बढ़ जाएगी जब दो कॉलेजों के प्राचार्य जिला शिक्षा
पदाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेंगे। सरकारी शिक्षण प्रशिक्षण कॉलेजों में अप्रशिक्षित शिक्षक व टीईटी
उत्तीर्ण अभ्यर्थी का ही नामांकन होता है। अप्रशिक्षित शिक्षक के नहीं होने
की स्थिति में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का नामांकन करने का प्रावधान
है।
फर्जी टीईटी अंक पत्र के आधार पर बड़ी संख्या में शिक्षक बहाल हैं। ऐसे कई अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र भरा था। जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग ने जांच कराने का फैसला लिया। प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य को वैध टीईटी अभ्यर्थियों की सीडी सौंपी गई, ताकि गलत शिक्षकों का प्रशिक्षण कॉलेज में नामांकन न हो सके।
शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय रामबाग, चंदवारा शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय, पताही शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय और शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय पोखरैरा के प्राचार्य ने अंक पत्रों की जांच कराई। इसमें बड़ी संख्या में फर्जी टीईटी शिक्षक मिले। शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय रामबाग में 17 और शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय पोखरैरा से 27 फर्जी टीईटी शिक्षक मिले। प्राचार्य ने वैसे शिक्षकों की सूची जिला शिक्षा पदाधिकारी सौंपी है। हालांकि पोखरैरा कॉलेज के प्राचार्य ने शिक्षकों की सूची दी, लेकिन कौन शिक्षक, किस स्कूल में कार्यरत हैं इसका जानकारी नहीं दी। पोखरैरा के प्राचार्य से शिक्षकों का विस्तृत ब्योरा मांगा गया हैं।
सेवा समाप्त करने की होगी कार्रवाई
फर्जी टीईटी के आधार पर बहाल शिक्षकों की सेवा समाप्त होगी। संबंधित नियोजन इकाई को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करनी है। सभी ट्रेनिंग कॉलेज से रिपोर्ट मंगाई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित नियोजन को सेवा समाप्त करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
बता दें कि सरकार के लाख प्रयास के बावजूद शिक्षा माफिया बड़ी संख्या में फर्जी टीईटी के आधार पर शिक्षकों की बहाली कराने में सफल रहे। शिक्षा विभाग के लिए यह सिरदर्द बन गया है। सबसे बड़ी बात यह कि वैसे शिक्षकों का वेतन भुगतान भी हो रहा है।
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फर्जी टीईटी अंक पत्र के आधार पर बड़ी संख्या में शिक्षक बहाल हैं। ऐसे कई अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र भरा था। जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग ने जांच कराने का फैसला लिया। प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य को वैध टीईटी अभ्यर्थियों की सीडी सौंपी गई, ताकि गलत शिक्षकों का प्रशिक्षण कॉलेज में नामांकन न हो सके।
शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय रामबाग, चंदवारा शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय, पताही शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय और शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय पोखरैरा के प्राचार्य ने अंक पत्रों की जांच कराई। इसमें बड़ी संख्या में फर्जी टीईटी शिक्षक मिले। शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय रामबाग में 17 और शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय पोखरैरा से 27 फर्जी टीईटी शिक्षक मिले। प्राचार्य ने वैसे शिक्षकों की सूची जिला शिक्षा पदाधिकारी सौंपी है। हालांकि पोखरैरा कॉलेज के प्राचार्य ने शिक्षकों की सूची दी, लेकिन कौन शिक्षक, किस स्कूल में कार्यरत हैं इसका जानकारी नहीं दी। पोखरैरा के प्राचार्य से शिक्षकों का विस्तृत ब्योरा मांगा गया हैं।
सेवा समाप्त करने की होगी कार्रवाई
फर्जी टीईटी के आधार पर बहाल शिक्षकों की सेवा समाप्त होगी। संबंधित नियोजन इकाई को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करनी है। सभी ट्रेनिंग कॉलेज से रिपोर्ट मंगाई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित नियोजन को सेवा समाप्त करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
बता दें कि सरकार के लाख प्रयास के बावजूद शिक्षा माफिया बड़ी संख्या में फर्जी टीईटी के आधार पर शिक्षकों की बहाली कराने में सफल रहे। शिक्षा विभाग के लिए यह सिरदर्द बन गया है। सबसे बड़ी बात यह कि वैसे शिक्षकों का वेतन भुगतान भी हो रहा है।
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