फर्जी सर्टिफिकेट पर job कर रहे 260, एक पूनम के प्रमाणपत्र पर 11 बने टीचर

नवादा.एक रौल नंबर है-2515111897, इस नंबर पर पूनम कुमारी ने 2011 में बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की। जाहिर तौर पर एक पूनम को टीईटी पास का सर्टिफिकेट मिला। लेकिन इसी सर्टिफिकेट पर नवादा जिले में 11 पूनम कुमारी टीचर के पद पर बहाल हैं।
ऐसी पूनम हिसुआ के सरतकिया, कौआकोल के मंझिला, मेसकौर के गांधीधाम, नारदीगंज के सुलतानपुर, मसोढ़ा उर्दू, पकरीबरावां के तिरवां, जिलवरिया, पीपरा पोखरा, वारिसलीगंज के खीरभोजना और गोपालपुर स्कूलों में बहाल हैं। लिस्ट में 5 प्रकाश कुमार वर्मा, 4 कुमारी स्तुति...
- नवादा में पूनम अकेला मामला नहीं है। शिक्षा विभाग की सूची में फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट पर 260 ऐसे लोग बहाल हैं, जो मूल सर्टिफिकेट की स्कैन काॅपी पर टीचर बन गए।
- रौल-2420110883 पर पांच प्रकाश कुमार वर्मा, रौल-2509118276 पर चार कुमारी स्तुति, रौल-2607112134 पर चार अपराजिता कुमारी, रौल-0528111263 के नाम पर तीन रिंकू कुमारी, रौल-1139118079 पर तीन रश्मि कुमारी रौल-2502111669 पर तीन अरुण पासवान बहाल हैं।
- कई ऐसे भी हैं जो दूसरे जिले के कोड नंबर और रौल नंबर पर बहाल हैं। फर्जीवाड़ा का एक उदाहरण जिले के काशीचक प्रखंड की बेलड़ पंचायत का है। तृतीय चरण में 16 शिक्षकों की रिक्तियां थीं।
- इनमें 8 टीचर टीईटी पास जबकि आठ पदों पर गैर टीईटी अभ्यर्थी को बहाल कर दिया गया। नवादा में बैकलाॅग और बाकी फर्जी कागजातों को मिला दें तो यह आंकड़ा 800 तक पहुंच जाता है।
- राज्य भर के आंकड़े को देखें तो यह संख्या 40 हजार पहुंच जाएगी।
डीएम ने जांच कराने से खड़े किए हाथ

- फर्जीवाड़ा का आलम यह है कि जिला प्रशासन ने जांच से हाथ खड़ा कर दिया है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख अफसरों की कमी बताई है।
- डीएम के मुताबिक, विभागीय स्तर पर ही जांच संभव है। लेकिन पत्र के दो माह बाद भी कोई नतीजा नही निकल पाया है।
टीईटी अनिवार्य होने पर शुरू हुई गड़बड़ी, बैकलॉग से भर्ती जारी
- 2011 में तृतीय चरण की बहाली में टीईटी पास अनिवार्य हो गया।
- लिहाजा, जब रिजल्ट आया तब मिलते जुलते नाम का सर्टिफिकेट बना लिया गया या फिर पास अभ्यर्थी के नाम के टीईटी व बाकी सर्टिफिकेट भी फर्जी तरीके से बनवाकर नौकरी ले ली गई।
- पहले चरण की बहाली 2006 और दूसरे चरण की 2008 में हुई थी। उस समय टीईटी अनिवार्य नहीं था। 2012 से तीसरे चरण की बहाली शुरू हुई। इसमें टीईटी अनिवार्य था।
- ऐसे में बैकलाॅग के आधार पर फर्जी टीचर बहाल किए गए। इनकी भर्ती अभी भी जारी है।
जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सीएम को लिखा खत... साख खराब हो रही है

- जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष जीवनलाल चंद्रवंशी का दावा है कि जिले में फर्जी टीईटी और बैकलाॅग के नाम पर 800 शिक्षकों की बहाली हुई है। विभाग पूरी तरह वाकिफ है।
- ये टीचर विभाग के लिए आय का जरिया बन गए हैं। चंद्रवंशी ने सीएम, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव, डीएम और डीईओ समेत कई अधिकारियों से शिकायत करते हुए कहा कि इससे सरकार की साख खराब हो रही है।
- शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि जांच के बाद गड़बड़ी करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। गलत तरीके से नौकरी कर रहे लोगों पर केस होगा। मानदेय की राशि सूद समेत वसूली जाएगी।