हमारे नेता और बिहार सरकार के मंत्री पदाधिकारी लोग पुरुष नहीं : नियोजित शिक्षक

जैसा की प्राप्त समाचारों के अनुसार ज्ञात हो रहा है कि बिहार सरकार ने कल शाम यानी 17 फरवरी को ऐतिहासिक दिन बताते हुए नियोजित शिक्षकों पर दया दिखाते हुए उन्हीं के कमाएं पैसे जो कि 4 महीने से बकाया थे उसको छोड़ कर के नियोजित शिक्षकों पर बहुत बड़ा एहसान कर दिया।
अब नियोजित शिक्षकों के मसीहा लोग अपनी अपनी डफली लेकर के क्रेडिट लेने के लिए आगे आ रहे हैं इस रेस में सर्वप्रथम आए हैं श्री प्रदीप कुमार पप्पू जी अन्य नेता भी अपने अपने लेवल पर अपनी पीठ अवश्य थपथपा रहे होंगे।
इसी उपलक्ष में हम लोगों ने अर्थात हम नियोजित शिक्षकों ने यह बुद्ध ज्ञान प्राप्त कर लिया है कि हमारे नेता और बिहार सरकार के मंत्री पदाधिकारी लोग पुरुष नहीं हैं| अर्थात महापुरुष है अतः इन महापुरुषों को देव तुल्य मानते हुए इस धरती पर अर्थात नियोजित शिक्षकों के बीच रखने का कोई औचित्य नहीं अतः हम लोगों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि हम अब ऐसे देवताओं को कष्ट नहीं देंगे इसे कुछ समस्याओं के लिए इन महान पुरुषों को कदाचित मेहनत करने के लिए विवश नहीं करेंगे हम लोग भूखे सो लेंगे परंतु आगे से कभी वेतन नहीं मांगेंगे। हे महापुरुष लोग कृपया आप लोग अपने-अपने स्थानों पर चले जाएं आगे का यज्ञ हम स्वयं कर लेंगे