मोतिहारी। शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी की बात प्राय: सामने आती रही है।
जांच की कार्रवाई प्रारंभ से ही किसी न किसी रूप में चलती ही रही है। टीईटी
से लेकर सामान्य नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को लेकर भी माथापच्ची
विभाग की परेशानी रही। हालांकि अब यह जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के
जिम्मे है।
माना जा रहा है कि इस जिले में भी कई ऐसे शिक्षक हैं जिन पर
कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इधर, विभागीय स्तर पर भी जांच से संबंधित
गतिविधियों को गति देने की कवायद जारी है। इस क्रम में प्राथमिक शिक्षा के
निदेशक अर¨वद कुमार वर्मा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी कर अमान्य
प्रमाण पत्र अर्हता के आधार पर कार्यरत शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई करने
का फरमान जारी किया है। कार्रवाई के लिए शिड्यूल जारी
उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में निदेशक ने निर्देश जारी किया है कि
अमान्य प्रमाण पत्र पर कार्य कर रहे शिक्षकों की पहचान कर कार्रवाई की जानी
है। इस कार्रवाई के तहत अमान्य प्रमाण पत्र एवं गैर मान्यता प्राप्त
संस्थानों से प्राप्त डिग्री के आधार पर कार्यरत शिक्षकों की सेवा समाप्त
की जानी है। इसके लिए समीक्षा करने तथा कार्रवाई प्रारंभ करने को लेकर जिला
शिक्षा पदाधिकारी को शिड्यूल जारी किया गया है। शिड्यूल इस प्रकार है : -
29 अक्टूबर तक : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें लिखित
निर्देश देना। - 15 दिसंबर तक : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विहित
प्रपत्र में सूचना विद्यालय से प्राप्त करना। - 24 दिसंबर तक : प्रखंड
शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विहित प्रपत्र में जिला कार्यालय को सूचना उपलब्ध
कराना। - 15 जनवरी तक : जिला कार्यालय द्वारा पूर्ण सूचना प्राप्ति की
समीक्षा करना। - 25 जनवरी तक : जिला द्वारा समीक्षा कर अमान्य डिग्री पर
कार्यरत शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई प्रारंभ करना। - 25 फरवरी तक : जिला
कार्यालय द्वारा की गई कार्रवाई की प्रथम सूचना विहित प्रपत्र में देना।
वर्जन :
मिले निर्देश के आलोक में कदम उठाए जा रहे हैं। अमान्य प्रमाण पत्र के
आधार पर कार्यरत शिक्षकों को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस
संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को भी निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
- राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी