पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय
शिक्षकों को जल्द ही सातवां वेतनमान दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग को
कमेटी गठित करने का आदेश दिया गया है। मुख्यमंत्री सोमवार को नवसृजित
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर
रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी चिंता छोड़ कर छात्रों के भविष्य की
चिंता करें। जिस दिन ऐसा हो गया, सरकार सबसे अधिक चिंता शिक्षकों को करेगी,
लेकिन शिक्षक सिर्फ अपनी चिंता में लगे रहे तो फिर हम भी मौन हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि है। इसे फिर से ज्ञान की भूमि
बनाना है। छात्र पढ़ने की चिंता करें। शिक्षक पढ़ाने की चिंता करें। सरकार
सबकी चिंता करेगी।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि कॉलेजों में
छात्रों की कम उपस्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि जल्द ही छात्रों के
लिए नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। दो माह में नये विश्वविद्यालय भी शुरू
होंगे। पांच निजी विश्वविद्यालयों को भी सरकार ने मान्यता दी है। बिहार में
सरकारी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र सबसे ज्यादा हैं और एक दिन
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय मगध की शान बनेगा। उन्होंने कहा कि साल में 180
दिन की पढ़ाई सुनिश्चित हो और परीक्षा समय पर हो, इसके साथ ही एक सप्ताह
में रिजल्ट निकलना चाहिए। विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी भी सरकार जल्द
दूर करेगी।
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि पाटलिपुत्र
विश्वविद्यालय अपने उद्देश्यों को पूरा करने मे सफल होगा। इसके लिए बिहार
सरकार हर संभव सहयोग करेगी। नव सृजित पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का उद्घाटन
पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप
प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति गुलाबचंद राम
जयसवाल, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी,
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति गिरीश चौधरी, कर्नल कामेश कुमार, रजिस्टार,
विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, व्याख्याता और छात्र उपस्थित थे।