शहर के प्लस टू स्कूलों में 520 अतिथि शिक्षकों के लिए निकाली गई बहाली में
सिर्फ 153 शिक्षकों ने ही योगदान दिया है। आलम यह है कि चयनित शिक्षकों को
बार-बार सूचना देने के बाद भी वे स्कूलों में योगदान देने से कतरा रहे
हैं। पटना में 520 अतिथि शिक्षकों का नियोजन किया जाना था।
इसके लिए 367
अतिथि शिक्षकों को काउंसलिंग के बाद विद्यालय का चयन कराया गया। लेकिन समय
बीत जाने के बाद भी 153 शिक्षकों ने ही स्कूलों में योगदान करने की सूचना
शिक्षा कार्यालय को दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो अधिकतर
स्कूल प्रखंड में हैं। दूरी का बहाना बनाकर इन स्कूलों में अतिथि शिक्षक
योगदान देने से हिचक रहे हैं। उनको लगा था कि शहर में ही उनकी नियुक्ति हो
जाएगी। लेकिन शहर में सीट भरने के बाद उन्हें प्रखंड के स्कूल में नियुक्ति
देने को कहा गया। डीपीओ डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि अतिथि शिक्षकों के लिए
दूसरे चरण की काउंसिलिंग की जाएगी। विभाग से इसके लिए अनुमति मिलते ही तिथि
की घोषणा कर दी जाएगी। काउंसलिंग में वही शिक्षक शामिल होंगे जिन्होंने
अपना आवेदन पहले दिया है।
एजुकेशन रिपोर्टर | पटना
शहर के प्लस टू स्कूलों में 520 अतिथि शिक्षकों के लिए निकाली गई बहाली
में सिर्फ 153 शिक्षकों ने ही योगदान दिया है। आलम यह है कि चयनित
शिक्षकों को बार-बार सूचना देने के बाद भी वे स्कूलों में योगदान देने से
कतरा रहे हैं। पटना में 520 अतिथि शिक्षकों का नियोजन किया जाना था। इसके
लिए 367 अतिथि शिक्षकों को काउंसलिंग के बाद विद्यालय का चयन कराया गया।
लेकिन समय बीत जाने के बाद भी 153 शिक्षकों ने ही स्कूलों में योगदान करने
की सूचना शिक्षा कार्यालय को दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें
तो अधिकतर स्कूल प्रखंड में हैं। दूरी का बहाना बनाकर इन स्कूलों में अतिथि
शिक्षक योगदान देने से हिचक रहे हैं। उनको लगा था कि शहर में ही उनकी
नियुक्ति हो जाएगी। लेकिन शहर में सीट भरने के बाद उन्हें प्रखंड के स्कूल
में नियुक्ति देने को कहा गया। डीपीओ डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि अतिथि
शिक्षकों के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिंग की जाएगी। विभाग से इसके लिए
अनुमति मिलते ही तिथि की घोषणा कर दी जाएगी। काउंसलिंग में वही शिक्षक
शामिल होंगे जिन्होंने अपना आवेदन पहले दिया है।