मुजफ्फरपुर । शिक्षक नियुक्ति घोटाला में दोषी अधिकारियों की खोज शुरू
है। मेधा सूची का अनुमोदन करनेवाले अधिकारी विभागीय कार्रवाई के घेरे में
है। वहीं नियोजन इकाई के प्रखंड विकास अधिकारी व पंचायत सचिव भी चिह्नित
होंगे।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में डीईओ को आवश्यक निर्देश
देते हुए रिपोर्ट मागी है। जिले में अब तक पकड़े गए फर्जी शिक्षकों के वेतन
का भुगतान करनेवाले डीपीओ व बीईओ पर कार्रवाई का आदेश निदेशक ने दिया है।
जिले में अधिकाश फर्जी शिक्षकों की बहाली 2015 में की गई है। अब तक 335
फर्जी शिक्षकों में 80 फीसदी की बहाली 2015 में की गई है। इनकी नियुक्ति
पंचायत व प्रखंड दोनों नियोजन इकाई में हुई है। पंचायत स्तर पर इनकी बहाली
2013 व 2014 में भी की गई है। निदेशक स्तर से जवाब मागने पर विभाग में
हड़कंप मचा है। इसमें ऑफिस के कर्मचारी भी फसेंगे। मीनापुर के 46 पंचायत
शिक्षक होंगे बर्खास्त
मीनापुर के 46 शिक्षक बर्खास्त होंगे। मामला फर्जी टीईटी अंकपत्र के
आधार पर शिक्षक बहाली का है। बार-बार आदेश के बावजूद बर्खास्तगी की
कार्रवाई नहीं हो रही है। डीपीओ स्थापना मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने बताया कि
कई आदेश के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में जिलाधिकारी को
प्रतिवेदित किया जाएगा। मुखिया व पंचायत सचिव के पेच में शिक्षकों की
बर्खास्तगी की कार्रवाई फंस गई है। नियोजन समिति की बैठक की तिथि तय नहीं
हो पा रही है। बैठक के बिना बर्खास्तगी की कार्रवाई नहीं हो सकती। इससे
नियोजन इकाई पर वेतन भुगतान का दबाव बनाया जा रहा है। कई फर्जी शिक्षक तो
हाजिरी भी बना रहे हैं। मीनापुर प्रखंड में 144 फर्जी टीईटी शिक्षक पकड़े गए
थे। पिछले दिनों 98 प्रखंड शिक्षक बर्खास्त हुए थे।
नियोजन इकाई --- फर्जी शिक्षकों की संख्या
मीनापुर :
नंदना मीनापुर-- 9
पैगंबरपुर मीनापुर--8
कोइली मीनापुर -- 5
मझौलिया मीनापुर --3
अली नेउरा मीनापुर --7
टेंगरारी मीनापुर --7
महदेइया मीनापुर -- 4
मदारीपुर कर्ण -- 3