भोजपुर। शिक्षकों की लंबित मांगों के सवाल को लेकर गुरुवार को जिले के
प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों ने बिहार राज्य प्रारंभिक
शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले दूसरे दिन भी डीईओ कार्यालय परिसर में धरना
दिया। इसके पश्चात अपनी बारह सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन डीईओ को
सौंपा। इस
अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नियोजित
शिक्षकों के सातवें वेतनमान निर्धारण करने में लापरवाही बरतने वाले प्रखंड
शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। जिन प्रखंडों में शिक्षकों का
सातवें वेतनमान का निर्धारण नहीं किया गया है, वैसे प्रखंडों के शिक्षकों
के लिए समय सीमा का निर्धारण किया जाए। वक्ताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षकों
के पांच माह से बकाया चला रहा वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए। संगठन के
जिला सचिव धर्म कुमार ने कहा कि नव प्रोन्नत प्रधानाध्यापकों का वेतन
निर्धारण तत्काल कराने के लिए प्रयास किया जाए। जिलाध्यक्ष राजाराम ¨सह ने
कहा कि सरकार यदि वास्तव में सरकारी विद्यालयों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा देना चाहती है, और उसकी मंशा सही है तो वह विद्यालय से मिड डे मिल
योजना को हटाकर अन्य एजेंसियों को सौंप दें। धरना को संबोधित करने वालों
में अर¨वद कुमार, मंटु कुमार, कुमारी अल्का, अंजनी कुमारी, आशा कुमारी, वीर
बहादुर चौधरी, निर्मल , दीन दयाल पाल, सुरेन्द्र प्रसाद ¨सह, मो.रजी खान,
सत्येन्द्र कुमार, राधा कुमारी, केदारनाथ ¨सह ने भी संबोधित किया।