गोपालगंज : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने बुधवार को नियोजित शिक्षको के विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष रतिकान्त साह ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षक पद पर नियुक्ति के विज्ञापन में शारीरिक प्रशिक्षण ( सीपीएड एवं डीपीएड ) का उल्लेख नहीं है।
धरना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नियुक्ति के लिए 8 वर्षों की प्रशैक्षणिक अनुभव की बाध्यता के कारण लाखों नव प्रशिक्षित शिक्षक प्रधान शिक्षक पद पर आवेदन करने से वंचित हो रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि संघ ने प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति हेतु बीपीएससी के विज्ञापन में शारीरिक शिक्षक प्रशिक्षण योग्यताओं का स्पष्ट उल्लेख करने, बेसिक ग्रेड के शिक्षकों के लिए 8 वर्षों के अनुभव की अनिवार्यता को हटाकर स्नातक ग्रेड के शिक्षकों के समान सेवा संपुष्टि के उपरांत ही आवेदन करने का अवसर प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में वेतन में 15 प्रतिशत की वेतन बढ़ोतरी के निर्धारण में उत्पन्न विसंगतियों को दूर करने, 10 वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले नियोजित शिक्षकों को प्रथम वित्तीय उन्नयन लाभ देने एवं डीपीई शिक्षकों एवं नव प्रशिक्षित शिक्षकों के बकाया वेतन का भुगतान करने, नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान, सेवा पुस्तिका संधारण एवं ईपीएफ से जोड़ने के कार्य को प्रारंभ करने, मृत शिक्षक के आश्रित को अनुकंपा पर नियुक्त व अनुग्रह राशि का भुगतान की मांग को भी सरकार पूर्ण करे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार के उपेक्षित रवैया तथा शिक्षा विभाग के लापरवाही एवं मनमानी से सूबे के लाखों शिक्षक विभिन्न प्रकार के प्रतारणना का शिकार हो रहें हैं। सरकार शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय उसे और जटिल बनाती जा रही है। जिसका प्रतिकूल प्रभाव शैक्षणिक माहौल पर पड़ रहा है।
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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार एवं विभाग हमारी समस्याओं का समाधान जल्द नही करती है तो राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। धरना को अशोक कुमार तिवारी, जयनारायण सिंह, कौशर अली, अभिषेक कुमार , सच्चिदानन्द पाण्डेय, मनोज सिंह, हरिकेश राम, जितेन्द्र प्रसाद यादव, जय कुमार, कौशर अली, विपिन विहारी प्रसाद, नागेन्द्र राम, प्रदीप कुमार, शम्भु सिंह, दीनबन्धु, राकेश कुमार गुप्ता, राजीव रंजन, मनोज कुमार, रामचन्द्र राम, रविभूषण साह, मनोज कुमार यादव, उपेन्द्र साह, हरिशंकर राम, हरेन्द्र सिंह, रूकशाना खातुन, रूबी सिन्हा, मंजू कुमारी, सरिता कुमारी सहित शिक्षको ने भी संबोधित किया।