उम्मीद-2022: बिहार में बंपर टीचर बहाली का साल, स्‍कूलों को 82 हजार तो विश्‍वविद्यालयों को मिलेंगे 4642 शिक्षक

 पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Hope 2022: बिहार के युवाओं व बेरोजगारों के लिए 2022 उम्‍मीदों के पूरे होने का साल (Year of Hopes) होने जा रहा है। प्रारंभिक से उच्‍च माध्‍यमिक तक के स्‍कूलों में 82 हजार शिक्षकों की बंपर नियुक्ति (Bumper Appointments in Bihar Schools) होने जा रही है। विभिन्‍न विश्‍वविद्यालयों में 4642 सहायक प्राध्यापकों (Assistant  Professors) की भी नियुक्ति होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन (स्नातक) योजना के तहत करीब 2.7 लाख छात्राओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। साल 2022 के दौरान राज्‍य के 677 हाईस्कूलों में आधारभूत संरचना का निर्माण किया जाएगा।

मार्च तक पूरी हो जाएगी 82 हजार स्‍कूल शिक्षकों की बहाली

राज्य में 94 हजार 762 पदों के विरुद्घ चयनित 50 हजार स्‍कूल शिक्षकों को नियुक्ति पत्र 25 फरवरी को दिए जाएंगे। इसके अलावा 32 हजार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति भी मार्च तक पूरी हो जाएगी।

40,518 प्रधान शिक्षकों व 5338 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति

राज्य के प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 54,242 विभिन्न पदों पर नई बहाली होगी। इसमें 40,518 प्रधान शिक्षक और 5338 प्रधानाध्यापक पद पर बिहार लोक सेवा आयोग से बहाली होगी। जबकि, मध्य विद्यालयों में 8386 सृजित पदों पर शारीरिक अनुदेशकों की बहाली नियोजन इकाइयों के माध्यम से होगी। इसके अतिरिक्त प्रारंभिक विद्यालयों में खाली रह गए तकरीबन 44 हजार पदों तथा माध्यमिक विद्यालयों में रिक्तियों के हिसाब से शिक्षकों की बहाली की उम्मीद है।

विश्वविद्यालयों में 4642 सहायक प्राध्यापकों की बहाली जल्‍द

बिहार के विश्वविद्यालयों को भी 4642 सहायक प्राध्यापक भी मिलेंगे, क्योंकि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग की ओर से संबंधित पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों का साक्षत्कार लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन (स्नातक) योजना के तहत दो लाख सात हजार 132 छात्राओं को अब प्रोत्साहन राशि नए साल में मिलेगी।

677 हाईस्कूलों में आधारभूत संरचना का होगा निर्माण

राज्य के 677 नए माध्यमिक विद्यालयों में 11-12 तक की पढ़ाई शुरू करने के लिए आधारभूत संरचना विकास पर कार्य होगा। इसके लिए सरकार पहले ही 824  करोड़ रुपये की स्वीकृति दे चुकी है। राशि से 11-12वीं तक की पढ़ाई शुरू करने के लिए स्कूलों में लैब, कमरे समेत अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा।