गौड़ाबौराम। किरतपुर प्रखंड की जमालपुर तथा खैंसा जमालपुर पंचायत में शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा उजागर होने के डेढ़ पखवाड़ा गुजरने के बाद भी इस मामले में संलिप्त लोगों के विरुद्ध अब तक कोई कारवाई नहीं की गई है।
मालूम हो कि गत 12 जुलाई को किरतपुर प्रखंड मुख्यालय में किरतपुर प्रखंड की जमालपुर व खैंसा जमालपुर पंचायत के लिए शिक्षक नियोजन की कांउसिलिंग की गई थी जिसमें कई शिक्षक अभ्यर्थियों के मेधा अंक में फर्जीवाड़ा कर उनका चयन कर लिया गया था। काउंसिलिंग के बाद जब बिरौल के एएसडीएम फैजान सरवर ने चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र व मेधा सूची में प्रविष्ट किए गए प्रमाणपत्र व अंक प्रतिशत की जांच की तो उसमें भारी गड़बड़ी मिली। इसी तरह चयनित अभ्यर्थियों में शामिल हिमांशु कुमार, रानी कुमारी व पूजा कुमारी की मेधा सूची व मूल प्रमाणपत्र की जांच की गई तो मेधा सूची व मूल प्रमाणपत्र में भिन्नता पायी गई। जानकारी के अनुसार अपर अनुमंडलाधिकारी फैजान सरवर ने शिक्षक नियोजन में हुई गड़बड़ी करने लोगों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ कारवाई करने का र्निदेश किरतपुर के बीडीओ को दिया, परंतु दोषी लोगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। किरतपुर के बीडीओ संजय कुमार ने मेधा सूची में गड़बड़ी किए जाने की बात स्वीकार करते हुए बताते हैं कि किरतपुर प्रखंड में शिक्षक नियोजन कार्य स्थगित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कारवाई करने का आदेश उन्हें ऊपर से नहीं मिला है इसलिए उन्होंने अब तक कोई कारवाई नहीं की है।