जमुई। झाझा नगर पंचायत के कक्षा छह से आठ तक के चार शिक्षक पद के लिए सोमवार को 22 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिग कराया। जिला मुख्यालय स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय में अगल-अलग तीन विषय की काउंसिलिग के
लिए तीन काउंटर बनाए गए थे। इन काउंटर पर अभ्यर्थियों ने अपना शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा किया। काउंसिलिग प्रक्रिया के दौरान एएसडीएम प्रकाश रजक, सदर बीडीओ पुरूषोत्तम त्रिवेदी, झाझा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रामाशीष शरण मौजूद रहे। कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि हिन्दी विषय के शिक्षक पद पर नौ अभ्यर्थियों की काउंसिलिग की गई। गणित-विज्ञान विषय पर 12 अभ्यर्थी व संस्कृत विषय पर एक अभ्यर्थी ने काउंसिलिग कराया। उर्दू विषय की काउंसिलिग के लिए एक भी अभ्यर्थी नहीं पहुंचे। लाउडस्पीकर के माध्यम से बारी-बारी से अभ्यर्थियों के नाम पुकारे जा रहे थे। अभ्यर्थी काउंटर के सामने खड़े होकर अपना प्रमाण पत्र जमा करा रहे थे। इस दौरान उमस और गर्मी से अभ्यर्थी परेशान दिखे। काउंसिलिग स्थल पर बैठने और पेयजल की माकूल व्यवस्था नहीं की गई थी। अधिकांश अभ्यर्थी खड़े थे। कुछ के लिए एक भवन के बरामदे पर दरी बिछाकर बैठने की व्यवस्था की गई थी। अभ्यर्थी गर्मी से परेशान थे तो काउंटर कर्मी भी गर्मी से बेहाल थे। वर्ग कक्ष के दरवाजे पर उन्हें डेस्क पर बिठाया गया था। जानकारों की माने तो यह व्यवस्था आधुनिक व वर्तमान समय के हिसाब से ठीक नहीं है। कारपोरेट के जमाने पर व्यवस्था भी कारपोरेट की तरह होनी चाहिए। सुसज्जित भवन में अभ्यर्थियों की बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ पानी व चाय की व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे उन्हें लगता कि वो नौकरी पाने के लिए आए हैं। वो गौरवान्वित महसूस करते और जिसका फायदा यह होता कि नौकरी को लेकर उनमें एक अलग ही उर्जा का संचार होता। ये मामूली सी सुविधा अभ्यर्थियों को आकर्षित व उनमें मन आदर व प्रतिष्ठा स्थापित करता जिसका फायदा सेवा कार्य के दौरान मिलता।