टीईटी शिक्षकों पर लाठीचार्ज का विरोध

 टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ इंकलाबी नौजवान सभा और आइसा के राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत आज नवगछिया के वैशाली चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया। वैशाली चौक के समक्ष नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव गौरीशंकर राय ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों को तत्काल नियुक्ति पत्र देकर स्कूलों में योगदान करवाया जाए। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर भाजपा-जदयू सरकार द्वारा बर्बर लाठीचार्ज की घटना शर्मनाक है।

उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर स्कूलों में योगदान की गारंटी करवाने की बजाए सरकार लाठी-गोली की भाषा बोल रही है। संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है कि 94 हजार छात्र 2017 में ही टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अपने नियोजन की बाट जोह रहे हैं। 2019 में उनसे आवेदन भी लिए गए लेकिन नियोजन नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों का पूरी तरह से हम समर्थन करते हैं और आने वाले विधानसभा के सत्र में इस मुद्दे को लेकर आइसा और आरवाईए के बैनर तले हजारों-हजार छात्र नौजवान विधानसभा को घेरने पटना जाएंगे। सभा को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण कुशवाहा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने 2 करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का जो वादा किया था उसे जुमला कहा लेकिन इस बार बिहार के छात्र नौजवान से जो चुनाव के समय एनडीए की सरकार ने जो 19 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था उसे इस बार बिहार के छात्र नौजवान जुमला नहीं होने देंगे। इसके खिलाफ छात्र-नौजवानों के बीच व्यापक जन अभियान चलाते हुए नीतीश-मोदी सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ेगा!

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विक्रम कुमार, हरिदर्शन कुमार, राजा कुमार, विनोद कुमार, पियुस रंजन, अमित कुमार, चिंटू कुमार, गुलशन कुमार, गुलशन कुमार, निखिल कुमार, बरुन कुमार राय सहित दर्जनों छात्र नौजवान शामिल थे।