जमुई। इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के लिए जिले में बनाए
गए दो मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकर कार्य में योगदान नहीं करने वाले
100 उच्च माध्यमिक, माध्यमिक शिक्षकों को नियोजन इकाई द्वारा निलंबन मुक्त
कर दिया गया है।
इन शिक्षकों पर शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त किए जाने के बावजूद उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में योगदान नहीं देने के आरोप में शिक्षा विभाग की अनुशंसा पर जिला परिषद नियोजन इकाई द्वारा निलंबन की कार्रवाई की गई थी। जिला परिषद उच्चतर, माध्यमिक शिक्षक नियोजन इकाई ने अपने कार्यालय आदेश में बताया है कि शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने, जीवन निर्वाह गुजारा भत्ता भुगतान करने की दिशा में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। आदेश में बताया गया है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्रांक 73 दिनांक 27 फरवरी और पत्रांक 74 दिनांक 29 फरवरी को की गई अनुशंसा के आधार पर मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित सौ उच्चतर, माध्यमिक शिक्षकों को विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए निलंबित किया गया था। इन शिक्षकों पर आदेश की अवहेलना करने, मूल्यांकन कार्य में बाधा उत्पन्न करने तथा बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम में अंकित प्रावधानों के प्रतिकूल आचरण करने के आरोप में कार्रवाई की गई थी। शिक्षकों की हड़ताल समाप्ति के बाद विभागीय निर्देशानुसार जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निलंबन को समाप्त करते हुए विभागीय कार्रवाई से मुक्त की अनुश्सा की गई थी। यहां बता दें कि जिले में दो मूल्यांकन केंद्र प्लस टू उच्च विद्यालय जमुई और प्लस टू जनता उच्च विद्यालय सतायन में बनाया गया था। मूल्यांकन कार्य शुरू होने के बाद उच्चतर, माध्यमिक शिक्षकों अपनी मांगों के समर्थन में मूल्यांकन का बहिष्कार कर योगदान नहीं दिया था।
इन शिक्षकों पर शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त किए जाने के बावजूद उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में योगदान नहीं देने के आरोप में शिक्षा विभाग की अनुशंसा पर जिला परिषद नियोजन इकाई द्वारा निलंबन की कार्रवाई की गई थी। जिला परिषद उच्चतर, माध्यमिक शिक्षक नियोजन इकाई ने अपने कार्यालय आदेश में बताया है कि शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने, जीवन निर्वाह गुजारा भत्ता भुगतान करने की दिशा में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। आदेश में बताया गया है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्रांक 73 दिनांक 27 फरवरी और पत्रांक 74 दिनांक 29 फरवरी को की गई अनुशंसा के आधार पर मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित सौ उच्चतर, माध्यमिक शिक्षकों को विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए निलंबित किया गया था। इन शिक्षकों पर आदेश की अवहेलना करने, मूल्यांकन कार्य में बाधा उत्पन्न करने तथा बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम में अंकित प्रावधानों के प्रतिकूल आचरण करने के आरोप में कार्रवाई की गई थी। शिक्षकों की हड़ताल समाप्ति के बाद विभागीय निर्देशानुसार जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निलंबन को समाप्त करते हुए विभागीय कार्रवाई से मुक्त की अनुश्सा की गई थी। यहां बता दें कि जिले में दो मूल्यांकन केंद्र प्लस टू उच्च विद्यालय जमुई और प्लस टू जनता उच्च विद्यालय सतायन में बनाया गया था। मूल्यांकन कार्य शुरू होने के बाद उच्चतर, माध्यमिक शिक्षकों अपनी मांगों के समर्थन में मूल्यांकन का बहिष्कार कर योगदान नहीं दिया था।