शिक्षकों ने कहा- 5 दिनों में जांच कर दें वेतन,नहीं तो करेंगे अनशन, लंबित है फर्जी शिक्षकों की जांच

बिहारशरीफ. फर्जी शिक्षकों की जांच का मामला काफी दिनों से लम्बित है जिसके कारण सैकड़ों शिक्षकों का कई महीनों से वेतन बंद है। जांच पूरी कर न तो इन्हें हटाया जा रहा है और न ही क्लीनचिट दी जा रही है।जिसके कारण  सही शिक्षक भी वेतन से वंचित है।

आरटीआई कार्यकर्ता गुड्डू कुमार की शिकायत के बाद जांच में एक टीईटी क्रमांक पर कार्यरत कई शिक्षकों का मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया गया था। जांच की गति धीमी होने के कारण शनिवार को शिक्षक पहले डीईओ कार्यालय गए और वहां जब डीईओ नहीं मिले तो डीपीओ स्थापना कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। शिक्षक काफी आक्रोशित  दिख रहे थे। इनका आरोप था कि जांच के नाम पर सही तरीके से बहाल शिक्षकों का भी लंबे समय से वेतन बंद है।
बीईओ दोषी, रिपोर्ट नहीं दे रहे: डीपीओ स्थापना अरिंजय कुमार ने इसके लिए संबंधित बीईओ को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने कहा कि  सभी बीईओ को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया था। इसके  बावजूद अभी तक कई प्रखण्ड के बीईओ ने  रिपोर्ट नहीं सौपी है।  सभी बीईओ को पुनः  सोमवार तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया  है। यह अंतिम समयसीमा है। सोमवार तक रिपोर्ट  जमा नहीं करने वाले बीईओ पर प्रपत्र क की कार्रवाई की जाएगी। उन्होने सभी शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि अगले सप्ताह में जांच में सही पाये जाने वाले शिक्षकों का वेतन रिलीज कर दिया जाएगा।
जांच कर सही शिक्षकों को वेतन देने की मांग हुई तेज
शिक्षकों ने डीपीओ स्थापना से जल्द जांच कर 5 दिनों के अंदर सही शिक्षकों का वेतन जारी करने को कहा है। उन्होने कहा कि जांच में सही पाये जाने वाले शिक्षकों का वेतन जारी नही करने पर सभी शिक्षक आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे।
इन शिक्षकों ने डीपीओ को सौंपा ज्ञापन: प्राची,गुलफ़शा प्रवीण,सुनीता कुमारी,स्नेहा कुमारी,अंजु कुमारी,दरकशा अनवर,लाडली,अंजु कुमारी,सूरज पासवान,रोहित कुमार,बंटी प्रसाद,शबाना तलत,मो मकसूद आलम,दानिश जमाल,कंचन लता,मो साबिर,मो खालिद अनवर,कुमारी साधना सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।