सेवा शर्त नियमावली बनाने का वादा पूरा नहीं

नरकटियागंज। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सह विधान पार्षद केदार नाथ पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि 2015 में शिक्षकों के लिए सेवा शर्त नियमावली बनाने का वादा सरकार ने की थी। मगर अब तक वह नियमावली नहीं बनी। 13 साल से प्रोन्नति भी रुकी हुई है।
परिणामस्वरूप विद्यालय प्रभारी शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं। जब नियमित प्रधानाध्यापक नहीं होंगे तो विद्यालयों के संचालन में समस्याएं उत्पन्न होंगी। इन मुद्दों को लेकर 15 सितंबर को राज्य के प्रमंडल मुख्यालयों में कन्वेंशन का आयोजन किया गया है। यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो बड़े संघर्ष का निर्णय लिया जाएगा। वे स्थानीय प्लस टू उच्च विद्यालय के सभागार में शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नियोजित का नियमित शिक्षकों की तुलना में वेतन विसंगति है। इसे सरकार ने भी मानी थी। कितु लागू नहीं की गई। सरकार ने नियोजित शिक्षकों के वेतन का निर्धारण अब तक नहीं किया। यहां तक कि समय पर भुगतान भी नहीं हो रहा। समारोह की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक देवेन्द्र कुमार गुप्ता ने की, जबकि संचालन युवा कवि मुकुंद मुरारी राम ने किया। संघ के जिला सचिव भोट चतुर्वेदी ने कहा कि शिक्षकों के हक - हकूक के लिए संघ में आस्था जितनी जरूरी है उससे कहीं ज्यादा संघीय नेतृत्व में आस्था की जरूरत है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने अपनी अपनी समस्याओं को लिखित रूप में भी अध्यक्ष को दिया और सकारात्मक परिणाम के लिए गुहार लगाई। श्रीनाथ तिवारी, मधुसूदन चतुर्वेदी, रामेश्वर सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य मो.सनाउल्लाह, शेख मो.युनूस, अनुमंडल सचिव लोकेश कुमार पाठक, सत्येन्द्र दुबे, किशोरी दास, अरविद तिवारी, शिव कुमार साह, मधुरेंद्र सिंह आदि ने संबोधित किया। मौके पर सरोज सिंह, कौशलेंद्र तिवारी, परशुराम सिंह अशोक पाण्डेय, इम्तेयाज अहमद, जमील अहमद, हारून अंसारी, सोहराब अंसारी, संदीप सिंह, धन्नंजय कुमार, चिताहरण, रतीश रंजन सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।