छह दिन बाद भी जारी नहीं हुआ शिक्षक नियोजन रोस्टर, यह है पेच

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में छठे चरण के शिक्षक नियोजन के लिए 18 सितंबर से ही सभी प्रखंडों एवं पंचायतों के लिए नियोजन इकाई को फॉर्म जमा करने के लिए तिथि निर्धारित की गई थी। छह दिन बीतने के बाद भी शिक्षक नियोजन का रोस्टर जारी नहीं हुआ।
इससे सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिक्तियों का प्रकाशन नहीं होने से अभ्यार्थी प्रतिदिन स्थापना कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।
पटना सहित अन्य कई जिलों के आवेदक फॉर्म की तलाश में इधर-उधर भटकने के बाद वापस घर चले जा रहे हैं। इससे उनमें निराशा है। टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोप गुट के जिला मीडिया प्रभारी विवेक कुमार ने डीपीओ स्थापना अब्दुल सलाम अंसारी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। नियोजन का समय एक महीने का 18 सितंबर से 18 अक्टूबर तक दिया गया है। इसमें छह दिन चले गए। देरी होने पर अफरातफरी का माहौल बनेगा।

नियोजन के लिए जारी किया गया समय
25 जुलाई तक जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी का राजस्तरीय प्रशिक्षण हुआ। 29 जुलाई तक रिक्तियों का समेकन करना था। 3 से 5 अगस्त तक नियोजन से जुड़े कर्मियों का जिला एवं प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण हुआ। 9 सितंबर तक जिला द्वारा रोस्टर का अनुमोदन एवं नियोजन इकाइयों का प्रेषण करना था। 13 सितंबर तक सभी नियोजन इकाइयों द्वारा नियोजन की सूचना का प्रकाशन करना था।

18 सितंबर को आवेदन पत्र प्राप्त करने का समय दिया गया। 18 अक्टूबर से 4 नवंबर तक मेधा सूची तैयार करनी है। 10 नवंबर तक मेघा सूची का नियोजन समिति द्वारा अनुमोदन करना है। 14 नवंबर तक इसका प्रकाशन तथा 15 से 29 नवंबर तक इसमें आपत्ति। 4 दिसंबर तक आपत्तियों का निराकरण व 7 दिसंबर तक मेधा सूची का अंतिम प्रकाशन।

31 दिसंबर तक जिला द्वारा पंचायत एवं प्रखंड की मेधा सूची का अनुमोदन। 4 जनवरी 2020 तक नियोजन इकाई द्वारा मेधा सूची को सार्वजनिक करना है। 6 से 13 जनवरी तक आवेदन के साथ संलग्न स्वाभिप्रमाणित प्रमाण पत्रों का मूल प्रमाणपत्रों से मिलान एवं चयन सूची का निर्माण कार्य। 16 से 20 जनवरी तक नियोजन इकाई द्वारा नियोजन पत्र निर्गत करना है।