बीएड टीईटी पास युवाओ का 7 वर्षीय पुराना आंदोलन फिर एक बार , हिम्मत न हारना साथियों ' हम तैयार है आने के लिये

उत्तरप्रदेश में बीएड टीईटी पास युवाओ का 7 वर्षीय पुराना आंदोलन फिर एक बार जोर पकड़ लिया है ।
कोर्ट की चक्करबाजी को पार करने और सुप्रीम कोर्ट से आदेश ले आने के बावजूद भी योगी सरकार इन्हें प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक पद पर नियुक्ति नहीं दे रही है ।

जबकि राज्य सरकार को नियुक्ति देने में कोई भी रोड़ा नहीं है । केवल कोर्ट के आदेश का अनुपालन मात्र ही करना है । परंतु अब सरकार पूरी तरह से दबंगई पर उतारू हो गयी है और धरनारत लड़के लड़कियों को धमकाने से ले कर आमरण अनशन पर बैठे साथियों पर लाठीचार्ज तक सब कुछ किया जा रहा है । जो निन्दनीय है ।
गौरतलब है कि सपा सरकार में भी हजारों की तादात में धरनारत इन्हीं युवाओं पर इलाहबाद में लाठीचार्ज किया गया था । लाठीचार्ज के विरोध में तथा अभ्यर्थियों की मांगों के समर्थन में भाजपा खुल के सामने आयी थी । और मीडिया के सामने , अपनी सरकार बनने पर नियुक्ति देने का पक्का वादा बार बार की थी ।
लेकिन राज्य सरकार की कुर्सी पर आसीन होते ही भाजपा अपने वादे पर हीला हवाली करने लगी और साल भर टरकाने के बाद अपने वादे से ही मुकर गयी । करीब सप्ताह भर हुये , मा.मुख्यमंत्री जी तथा मा. उप मुख्यमंत्री जी ने भी अपने खुद के बयान पर यू टर्न ले लिया है ।
जबकि सरकारी आंकड़ों के ही अनुसार प्रदेश के प्रथमिक विद्यालयों में तीन लाख से अधिक शिक्षकों के पद खाली पड़े हैंं और इतने टी.ई.टी. पास युवा प्रदेश में हैं ही नहीं ।
ऐसे में RTE ऐक्ट के अनुसार ये भर्तियां तत्काल पूर्ण करना ही न्यायसंगत है । पर योगी सरकार , बर्बाद हो रही प्राथमिक शिक्षा में न तो गुणात्मक सुधार लाने में रुचि दिखा रही है । और न ही योग्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के मूड में है ।
अब ऐसे में प्रदेश के सवा लाख बीएड टीईटी पास योग्य बेरोजगार युवा भी आर पार के संघर्ष का मन बना चुके हैं ।
लखनऊ SCRT भवन पर लगातार 100 दिनों तक धरना चलाने के बाद अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गये हैं । प्रशासन के दबाव से धरने को वहाँ से हटा कर अब इको गार्डेन पर कर दिया गया है । जहाँ पर भूख हड़ताल के प्रथम दिन से ही भारी संख्या में अभ्यर्थियों का जमावड़ा शुरू होने लगा है ।
आज अनशन का पांचवां दिन है । आमरण अनशन पर बैठे युवक युवतियों की हालत खराब होने लगी है । कई तो हॉस्पिटलाइज्ड हो चुके हैंं ।
इसी बीच परसों प्रदेश सरकार की पुलिस ने जोर जबरदस्ती से अनशन व धरने को समाप्त करने के लिये धरनारत भूख से अधमरे युवाओं पर लाठियों से हमला किया । पर बेतहाशा घायल युवाओं ने हार नहीं मानी । और धरना हटाने से साफ इनकार कर दिया ।
अब हमें विश्वास है कि यह आन्दोलन अहिंसा और लोकतांत्रिक संघर्ष के दम पर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा ।
हम पूरी ताक़त के साथ न्याय के लिये जारी इस बीएड टी.ई.टी. आन्दोलन का समर्थन करते हैं ।
गुणवत्तापरक शिक्षा और रोज़गार के लिये जारी ये संघर्ष जरूर रंग लायेगा ।
हिम्मत न हारना साथियों ' हम तैयार है आने के लिये ।
जब तक की लड़ने की
जरूरत है बाकी ,
हम लड़ेंगे साथी ......
इंकलाब जिन्दाबाद ....