सिटी पोस्ट लाइव : नशा
से केवल धन और सेहत को ही नुकशान नहीं होता. नशा से हमारी चेतना शून्य हो
जाती है. बुद्धि काम करना बंद कर देती है. नशा का सेवन करनेवाला व्यक्ति
चेतना शून्य होने की वजह से जानवर बन जाता है.समाज में सारे कुकृत्यों,
अपराधों की जड़ नशा है.
नशा के बाद मनुष्य की चेतना शून्य हो जाती है और वो
पशुओं की तरह व्यवहार करने लगता है. वर्तमान पीढ़ी व आने वाली पीढ़ी को इस
बुराई से हमें दूर रखना है ताकि हम न सिर्फ अच्छे समाज व बेहतर राष्ट्र का
निर्माण कर सकें. ये सन्देश बिहार के घर घर पहुंचा रहे हैं बिहार सैन्य
पुलिस के डीजी श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय.
पुरे बिहार में नशामुक्त बिहार बनाने के
लिए जन-जागरण अभियान चल रहे श्री पाण्डेय लोगों को समझा रहे हैं. शराबबंदी
का सरकार का ये फैसला कुछ लोगों को अप्रिय लग सकता है. लेकिन ये फैसला बेहद
जरुरी था अपनी भावी पीढ़ी को बचाने के लिए. धनुषधारी सर्वोदय उच्च विद्यालय
मोरियांवा में आयोजित मेधा सम्मान समारोह BMP के डीजीपी श्री गुप्तेश्वर
पांडेय ने अपने सन्देश से युवाओं को मोह लिया. सैकड़ों युवा उनके यूथ
ब्रिगेड में शामिल हो गए और नशाबंदी को लेकर जागरूकता अभियान चलाने का
संकल्प लिया.