शिक्षकों ने बीडीओ पर लगाया परेशान करने का आरोप

औरंगाबाद। एक तरफ निगरानी विभाग शिक्षकों से कागजात मांग रही है, जबकि शिक्षकों ने पहले ही कागजात जमा कर दिया है। शिक्षकों का कागजात प्रखंड कार्यालय के नियोजन इकाई में जमा है। ऐसी स्थिति में आखिर शिक्षक अपना टेट का प्रमाण पत्र निगरानी विभाग को कैसे प्रदान करें।
बार-बार ध्यान आकर्षित कराए जाने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं बीडीओ कुछ सुन नहीं रहे हैं और अलग से गैर शैक्षणिक कार्य में लगा रहे हैं। प्रत्येक शिक्षक को दो-दो शौचालय बनवाने का कार्य दिया गया है। उक्त बातें टेट एसटीइटी नियोजित शिक्षक संघ प्रखंड अध्यक्ष बसंत कुमार ¨सह के साथ अन्य शिक्षकों ने बीडीओ पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहीं। बुधवार को बीडीओ जफर इमाम एवं टेट एसटीइटी नियोजित शिक्षक संघ के सदस्यों के बीच इस मुद्दे पर बहस हुई। प्रखंड अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बीडीओ द्वारा उनके साथ मोबाइल पर कथित तौर पर अपमानजनक बात कही गई है, जिससे शिक्षकों के सम्मान को ठेस पहुंचा है। शिक्षकों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन लोगों को टेट का मूल प्रमाण पत्र या उसकी छाया प्रति उपलब्ध कराई जाए। शिक्षक विकास कुमार, प्रवीण, रोहित कुमार, राजेश, राम पदारथ, उदय शैलेश कुमार शशिकांत, लवकिशोर प्रसाद समेत अन्य शिक्षकों ने कहा कि वे लोग सरकार को सहयोग करते हुए सभी कार्य करने को तैयार हैं, लेकिन उन लोगों की समस्या को सुना जाए और समाधान किया जाए। शिक्षकों ने कहा कि बीडीओ को अपने व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए। कहा कि अगर वे व्यवहार में बदलाव नहीं लाते हैं तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। उधर बीडीओ ने कहा कि यदि शिक्षा विभाग के अधिकारी लिखित तौर पर ऐसा आदेश निर्गत करते हैं तो प्रमाण पत्र शिक्षकों को दे दिया जाएगा। सरकारी काम को करना हम सभी का दायित्व है।