अगले साल होनेवाली बिहार बोर्ड की मैट्रिक-इंटर की परीक्षा की कॉपियों के
मूल्यांकन में गड़बड़ी न हो, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। बेहतर
मूल्यांकन के लिए पहले बोर्ड की ओर से 17 दिसंबर को राज्यस्तरीय कार्यशाला
का आयोजन पटना में किया गया था।
अब ये प्रधान प्रशिक्षक 7 व 8 जनवरी को जिला स्तर पर सभी जिलों में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करेंगे। कार्यशाला में जिले के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षण संस्थानों के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
जिला स्तरीय कार्यशाला में राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किए गए प्रधान प्रशिक्षक अपने संबंधित जिले के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्यशाला में बेहतर मूल्यांकन का प्रशिक्षण जिले के शिक्षकों को देंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि जिला स्तरीय कार्यशाला में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की सहभागिता व उपस्थिति अनिवार्य है। 7 व 8 जनवरी को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कराने एवं उसमें अपने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ भाग लेकर अपने जिलों के सभी शिक्षक परीक्षकों को कॉपियों के बेतर मूल्यांकन से संबंधित प्रशिक्षण दिलाना सुनिश्चित किया जाए।
अच्छे रिजल्ट के लिए बोर्ड ने की है व्यवस्था
अधिकारियों को कहा गया है कि कॉपियों के मूल्यांकन को बेहतर बनाने के साथ-साथ त्रुटिरहित मूल्यांकन के लिए प्रशिक्षित किया जाना है। बिहार बोर्ड ने रिजल्ट की बेहतरी के लिए मूल्यांकन की व्यवस्था को बेहतर करने का फैसला लिया है। ताकि वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट अच्छा हो सके।
अब ये प्रधान प्रशिक्षक 7 व 8 जनवरी को जिला स्तर पर सभी जिलों में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करेंगे। कार्यशाला में जिले के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षण संस्थानों के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
जिला स्तरीय कार्यशाला में राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किए गए प्रधान प्रशिक्षक अपने संबंधित जिले के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्यशाला में बेहतर मूल्यांकन का प्रशिक्षण जिले के शिक्षकों को देंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि जिला स्तरीय कार्यशाला में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की सहभागिता व उपस्थिति अनिवार्य है। 7 व 8 जनवरी को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कराने एवं उसमें अपने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ भाग लेकर अपने जिलों के सभी शिक्षक परीक्षकों को कॉपियों के बेतर मूल्यांकन से संबंधित प्रशिक्षण दिलाना सुनिश्चित किया जाए।
अच्छे रिजल्ट के लिए बोर्ड ने की है व्यवस्था
अधिकारियों को कहा गया है कि कॉपियों के मूल्यांकन को बेहतर बनाने के साथ-साथ त्रुटिरहित मूल्यांकन के लिए प्रशिक्षित किया जाना है। बिहार बोर्ड ने रिजल्ट की बेहतरी के लिए मूल्यांकन की व्यवस्था को बेहतर करने का फैसला लिया है। ताकि वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट अच्छा हो सके।