संसू, इसुआपुर : प्रखण्ड के चकहन पंचायत के नियोजित शिक्षक अवधेश कुमार ¨सह
पर इसुआपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें उन्हें फर्जी
प्रमाणपत्र के आधार पर फर्जीवाड़ा कर नियोजित शिक्षक बनने का आरोपी बनाया
गया है। साथ ही तत्कालीन मुखिया सह नियोजन कमिटी के अध्यक्ष सुजीत कुमार
¨सह,
तत्कालीन सचिव मदन मांझी तथा नियोजन पदाधिकारी को भी फर्जी बहाली करने का दोषी पाते हुए इनपर भी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस बाबत थानाध्यक्ष अर¨बद पासवान ने बताया कि अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक रामनिवास चौधरी के जांच प्रतिवेदन के आधार पर इन चारों लोगो पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच प्रतिवेदन में लिखा गया है कि मध्य विद्यालय सिसवा के नियोजित शिक्षक अवधेश कुमार ¨सह ने 2003 में नियोजन इकाई के समक्ष फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्रों को जमा किया था। जिसको अनदेखी करते हुए नियोजन इकाई ने उन्हें नियोजित किया था। जांच के क्रम में ये फर्जी पाये गये। इस फर्जीवाड़े में नियोजन इकाई की संलिप्तता साबित हो चुकी है। इसी आधार पर इन्हें अभियुक्त मानते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
तत्कालीन सचिव मदन मांझी तथा नियोजन पदाधिकारी को भी फर्जी बहाली करने का दोषी पाते हुए इनपर भी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस बाबत थानाध्यक्ष अर¨बद पासवान ने बताया कि अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक रामनिवास चौधरी के जांच प्रतिवेदन के आधार पर इन चारों लोगो पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच प्रतिवेदन में लिखा गया है कि मध्य विद्यालय सिसवा के नियोजित शिक्षक अवधेश कुमार ¨सह ने 2003 में नियोजन इकाई के समक्ष फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्रों को जमा किया था। जिसको अनदेखी करते हुए नियोजन इकाई ने उन्हें नियोजित किया था। जांच के क्रम में ये फर्जी पाये गये। इस फर्जीवाड़े में नियोजन इकाई की संलिप्तता साबित हो चुकी है। इसी आधार पर इन्हें अभियुक्त मानते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है।