हम टीईटी तो पहले ही डूबे हैं कोई द्वेष रखकर भी कुछ नही बिगाड़ सकता ।सोचना उनको है जो डबल रोल में जीते हैं

एक तरफ आनन्द कौशल जी ने अपने नेता की गलती स्वीकार करने की जगह न केवल लेटर पैड को फर्जी बताया ,साथ ही इसमें विरोधी संघों की चाल बताया और FIR करवाने की धमकी तक दे डाली ।

दूसरी तरफ इनके नालन्दा जिला संयोजक सूर्यकान्त सिंह कान्त ने फोन पर बातचीत में स्पष्ट कहा कि जब हमने लिखा है तो झूठ क्यों बोलूँगा ।बहुत बड़ी गलती हो गयी जिसके लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगता हूँ तथा साथ ही उन्होंने एक संलग्न पत्र के माध्यम से उसी लेटर पैड पर माफ़ी भी मांगी और भी कुछ लेटर पैड एक ही लिखावट के साथ मौजूद है जिसमें समय समय पर उनके संयोजक महोदय ने एक लाख अस्सी हजार दो सौ सत्तावन हजार रुपया आनन्द कौशल जी को swsp में चंदा दे चुके हैं।
वो कहते हैं न कि एक झूठ को छिपाने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं ।वही हाल प्रदेश अध्यक्ष आनन्द कौशल जी का है ।जब संघ का कोई नेता संघ के पैड पर बयान जारी करता है तो संघ का आधिकारिक बयान माना जाता है ।तो ऐसे नाजुक समय में tet शिक्षकों के विरुद्ध बयान दिया गया जब सैंकड़ो टेट शिक्षक खुलकर सहयोग कर रहे थे ,जिम्मेदारी लेने के बजाय केजरी टाइप राजनीति कर रहे हैं ।अब पूरा मामला शीशे की तरह साफ़ है,इस संघ को आरोप लगाने के बजाय अपनी गलती स्वीकार करने में ही भलाई है ।जहाँ जिला कमिटी नही है वहाँ के नेताजी ने लगभग दो लाख चंदा इकट्ठा किया और अब जब उनकी गलती स्वीकारने का समय आया तो मुकर गए !हम टीईटी तो पहले ही डूबे हैं कोई द्वेष रखकर भी कुछ नही बिगाड़ सकता ।सोचना उनको है जो डबल रोल में जीते हैं ।