बिहार प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 में गलत प्रमाण पत्र के आधार
पर नौकरी कर रहे सभी शिक्षकों की नौकरी जाएगी। बिहार बोर्ड ऐसे सभी
शिक्षकों की तलाश कर रहा है। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि ऐसा
मामला सामने आया है कि राज्य के विभिन्न जिला, प्रखंड, पंचायतों में
शिक्षकों को बीटेट 2011 के गलत प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित किया गया
हैं।
सत्यापन के दौरान यह मामला प्रकाश में आया है। इसलिए संभव है कि गलत
प्रमाण पत्र बनाकर उसके आधार पर आगे भी नियोजन में ऐसे अयोग्य व्यक्ति
नियोजन पा सकते हैं या यह भी संभव है कि अभी कुछ लोग नौकरी कर रहे हों।
अध्यक्ष ने कहा कि इसलिए बिहार प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा, 2011
के गलत प्रमाण पत्र का लाभ लेने वाले अवांछित नियोजित अथवा अनियोजित
व्यक्तियों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है, ताकि
सत्यापन के उपरांत यदि गलत पाया जाता है तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जा
सके। इसके लिए लोगों से सूचना देने की अपील भी बिहार बोर्ड ने की है।
दे सकते हैं जानकारी, गुप्त रखा जाएगा नाम
बोर्ड अध्यक्ष ने वेबसाइट www.biharboardonline.bihar.gov.in पर
जाकर दिये गए लिंक टीईटी 2011 पर जाकर लोग जानकारी दे सकते हैं। 26 जुलाई
से 10 अगस्त तक गोपनीय रूप से ऑनलाइन सूचना दे सकते हैं। ऑनलाइन सूचना देने
वाले व्यक्ति का नाम, पहचान गुप्त रखा जाएगा।
डीटीआर निकाल पेज बदल देते थे बोर्डकर्मी
पटना | बटीईटी-2011 के रिजल्ट में फर्जीवाड़े में शामिल बोर्ड के
कर्मी बहुत शातिर हैं। जांच में निगरानी ने पाया है कि ये शातिर कंप्यूटर
डाटा और पंजी (डीटीआर) में बदलाव करते थे। कंप्यूटर डाटा में बदलाव करने के
लिए सहायक प्रोग्रामर अमितेश को मिलाया गया था। वहीं डीटीआर में बदलाव के
लिए रिकॉर्ड रूम में घुसने का रास्ता तलाश लिया गया था। रिकॉर्ड रूम में
सील लगा होता है। इसके बावजूद इस खेल में शामिल बोर्ड के स्टाफ अंदर घुस
जाते थे। वहां का स्टाफ झोले में डीटीआर लेकर बाहर आ जाता था। इसके बाद
उसका पन्ना फाड़कर नया जोड़ दिया जाता था। गिरफ्त में आए अभिलेखागार प्रभारी
जटाशंकर और सहायक प्रोग्रामर अमितेश को दो दिनों की रिमांड पर बुधवार को
पूछताछ के लिए लाया गया। कोतवाली थाने में देर रात तक सिटी एसपी मध्य डी
अमरकेश और डीएसपी विधि व्यवस्था एमके सुधांशु उनसे पूछताछ करते रहे। एसएसपी
मनु महाराज ने बताया कि पूछताछ की जा रही है। जल्द ही बड़ी गिरफ्तारी होगी।
आवेदन 28 तक
पटना |बिहार बोर्ड ने बिहार राज्य के इंटरमीडिएट स्तर की शिक्षा
प्रदान करने वाले मान्यता प्राप्त सभी सरकारी, गैर सरकारी उच्च माध्यमिक
विद्यालय, इंटर महाविद्यालय, गैर सरकारी डिग्री महाविद्यालय, अंगीभूत
महाविद्यालय में ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स सॉफ्टवेयर के
माध्यम से नामांकन के लिए आवेदन के लिए 28 जुलाई तक मौका दिया है। आवेदन से
संबंधित सारी जानकारी www.ofssbihar.in पर उपलब्ध है।