टीईटी-एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ, गोपगुट की जिला कार्यकारिणी की
बैठक जिलाध्यक्ष रामनुज सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शिक्षकों की
समस्याओं पर मंथन हुआ। समान काम के बदले समान वेतन पर सुप्रीम कोर्ट से
कैसे न्याय मिलेगा, इस पर चर्चा की गई। शिक्षकों की वेतन विसंगति, एरियर
भुगतान और शिक्षकों की सेवा पुस्तिका के बारे में गहन विमर्श किया गया।
जिलाध्यक्ष रामानुज सिंह ने कहा कि उत्क्रमित उच्च विद्यालयों के शिक्षकों
का वेतन पिछले 6 माह से नहीं मिला है। इस मुद्दे पर शिक्षा विभाग को सोचना
चाहिए। शिक्षकों को अपनी गृहस्थी भी चलानी होती है। वेतन नहीं मिलने से
उनकी पारिवारिक जिम्मेवारी का निर्वहन नहीं हो रहा है। इससे उनमें डिप्रेशन
आने लगा है, जिसका दुष्परिणाम शैक्षिक गुणवत्ता पर पड़ सकता है। महासचिव
जयप्रकाश ने कहा कि नियोजित मृत शिक्षकों के परिजनों को प्रावधान के अनुसार
एकमुश्त चार लाख रुपए नहीं देना दु:खदायक है। बैठक में ग्रीष्मावकाश के
बाद इन मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की गयी। अहर्ताधारी शिक्षकों का
समायोजन उच्च विद्यालय के खाली पड़ी सीटों पर करने की मांग सरकार से की गई।
मौके पर संयोजक शशांक पाण्डेय, उपाध्यक्ष नितेश कुमार यादव, विकास कुमार
सिंह, शिव कुमार प्रसाद, सचिव हरेन्द्र सिंह, कोईलवर के अध्यक्ष शशिकांत
मिश्र, चरपोखरी के अध्यक्ष कुंदन सिंह, शाहपुर के अध्यक्ष वरूण ओझा, सहार
के अध्यक्ष हरेन्द्र कुमार पाठक, गड़हनी के अध्यक्ष अभिनव थे।