तृतीय, चतुर्थ व विशेष शिक्षक नियोजन के तहत विभिन्न प्रखंड क्षेत्र के
स्कूलों में नियोजित शिक्षकों के शिक्षक उतीर्णता प्रमाण पत्रों की गहन
जांच की जायेगी। जांच के क्रम में पता किया जायेगा कि एक ही शिक्षक
उत्तीर्णता प्रमाण पत्र (टीईटी) पर कई शिक्षकों का नियोजन तो नहीं हुआ है।
डीपीओ स्थापना ऑफिस में बुधवार को बीइओ और बीआरपी की बैठक में महत्वपूर्ण
निर्णय लिया गया।
डीपीओ स्थापना मो. नसीम अहमद ने कहा कि तृतीय,
चतुर्थ, विशेष व उर्दू शिक्षक नियोजन में शिक्षकों ने शिक्षण उत्तीर्णता
प्रमाण पत्र दिया। एक ही प्रमाण पत्र के आधार पर कई शिक्षकों के अन्य
प्रखंड क्षेत्र के अलावे दूसरे जिलों में भी शिक्षक के रूप में नियोजित
होने की जानकारी मिली है।
उन्होंने कहा कि प्राईमरी स्कूल में वर्ग
1से 5 तक 2196 शिक्षकों का नियोजन शिक्षक उत्तीर्णता प्रमाण पत्र पर हुआ।
764 उर्दू शिक्षक के पद पर शिक्षकों का नियोजन किया गया। इसी तरह मिड्लि
स्कूलों में 1438 पदों पर शिक्षक उत्तीर्णता प्रमाण पत्र के आधार पर
शिक्षकों का नियोजन हुआ।
डीपीओ श्री अहमद ने सभी बीइओ और बीआरपी को
निर्देश दिया कि तीन दिनों के अंदर प्रखंडवार शिक्षकों का शिक्षक
उत्तीर्णता प्रमाण पत्र की जांच कर फोल्डर उपलब्ध करायें।
उन्होंने
कहा कि एक ही शिक्षक उत्तीर्णता प्रमाण पत्र पर अगर कई शिक्षक नियोजित पाये
गये तो संबंधित शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। मौके पर सदर बीइओ
जनार्दन प्रसाद निराला, डॉ. यदुवंश यादव, नवल किशोर सिंह, उमेश तिवारी,
रामगुलाम गुप्ता के अलावे बीआरपी सुजीत कुमार सिंह, परमानंद कुमार, राजीव
कुमार, अशोक कुमार, बिजेन्द्र कुमार, विजय कुमार आदि मौजूद थे।