मधुबनी। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई द्वारा मंगलवार को छह
सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय के समक्ष जिलाध्यक्ष राम नरेश ¨सह की
अध्यक्षता में अनशन शुरू किया गया। अनशन पर बैठने वाले शिक्षकों में जिला
प्रवक्ता कपिल कुमार, जिला संयोजक रंजन कुमार ठाकुर है।
इस अवसर आयोजित सभा
को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्री ¨सह ने कहा कि कृत्रिम तरीके से
बनाया गया वेतनमान नियोजित शिक्षकों को मंजूर नही। एक संस्थान एक वेतनमान
की व्यवस्था को लागू करें। न्यायालय द्वारा जारी आदेश में कहा है कि
सैद्धांतिक और संवैधानिक प्रावधान के अनुसार समान काम के लिए समान वेतन ही
देय है। इसके वाबजूद नियोजित शिक्षकों के लिए कृतिम व नया वेतनमान का
स्वरूप - प्रारूप तैयार कर सरकार इसका प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट में दाखिल
करने जा रही है। यह नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा व साजिश है। जिसका
शिक्षकों द्वारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संघ की ओर से केंद्र
सरकार के पूर्व सोलिसिटर जनरल केटीएस तुलसी और प्रख्यात अधिवक्ता सलमान
खुर्शीद शिक्षकों का पक्ष सुप्रीम कोर्ट में 15 मार्च को होने वाली सुनवाई
के दौरान रखेगें। वहीं सचिव लाल बाबू ललन, प्रवक्ता कपिल कुमार, महासचिव
रघुनाथ यादव ने कहा कि संघ पूरी ईमानदारी के साथ शिक्षकों की लड़ाई लड़ रहा
है। किन्तु कुछ शिक्षक संगठनों द्वारा केश के नाम पर शिक्षकों का भावनात्मक
दोहन कर रहा है। इस दौरान संघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा छह सूत्री मांगों
का ज्ञांपन जिला समार्हता को सौपा। जिला संयोजक रंजन कुमार ठाकुर ने कहा कि
पूर्ण वेतन प्राप्ति के लिए तीन सदस्यी संविधान पीठ करेगी। मौके पर संजय
कुमार, इंद्रदेव दास, अनिल कुमार, उषा कुमारी, रेखा कुमारी, सुमोना
विश्वास, डिमपल कुमारी, सज्जन यादव, धनिक लाल यादव, मनीष कुमार, चंदन
कुमार, नवीन कुमार, रंजीत कुमार सहित अन्य मौजूद थे।