राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अब बीटेक, एमटेक करनेवाले भी अतिथि
शिक्षक के रूप में पढ़ाएंगे। शिक्षा सचिव आरएल चोंग्थू की ओर से आदेश दिया
गया है कि गणित, भौतिकी एवं रसायनशास्त्र के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने
की स्थिति में बीटेक या एमटेक करनेवालों की भी सेवा ली जाए। हालांकि
शिक्षक बनने के
लिए अभ्यर्थी को बीटेक अथवा एमटेक में मिनिमम 55 प्रतिशत
अंक अनिवार्य है। पत्र के अनुसार राज्य के माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत जिला
परिषद एवं विभिन्न नगर निकायों में स्थित राजकीय, राजकीयकृत एवं राष्ट्रीय
माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों
में अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, रसायनशास्त्र, प्राणिशास्त्र एवं
वनस्पतिशास्त्र विषयों के सहायक शिक्षकों की अनुपलब्धता के कारण उच्च
माध्यमिक कक्षा के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के अध्यापन कार्य को पूरा करने
के लिए इन विषयों में अतिथि शिक्षकों की सेवा लिया जाना आवश्यक है। अतिथि
शिक्षकों को एक हजार रुपए प्रति कार्य दिवस की दर से पारिश्रमिक दिया
जाएगा।