कटिहार। सूबे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ कदाचारमुक्त परीक्षा आयोजन
को लेकर कवायद जरूर की जा रही है, लेकिन उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों का
हाल बेहाल है।
विद्यालय में भवन निर्माण कराकर इसे अपग्रेड तो कर दिया गया है, लेकिन शिक्षकों की पदस्थापना नहीं होने के कारण बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो दूर पाठ्यक्रम पूरा होना भी मुश्किल है। यह किसी खास विद्यालय की स्थिति नहीं बल्कि अधिकांश उत्क्रमित उच्च विद्यालयों का यही हाल है। प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय कचौरा में कक्षा नौवीं एवं दसवीं में 291 छात्र नामांकित हैं। तीन वर्ष पूर्व विद्यालय को उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय बनाया गया है। उच्च विद्यालय का दो मंजिला भवन भी बना दिया गया, लेकिन शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है। जबकि विद्यालय के दसवीं कक्षा के छात्र अबकी मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। शिक्षकों के अभाव में बच्चों को को¨चग संस्थान के भरोसे निर्भर रहना पड़ रहा है। इस संबंध में स्थानीय मुखिया संयुक्ता देवी, पूर्व मुखिया दिनेश विश्वास, सेवानिवृत शिक्षक रवि लाल विश्वास, हीरा विश्वास, पवन विश्वास आदि ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से उच्च विद्यालय में शिक्षकों की पदस्थापना सुनिश्चित करने को लेकर आवश्यक पहल करने की मांग की है।
विद्यालय में भवन निर्माण कराकर इसे अपग्रेड तो कर दिया गया है, लेकिन शिक्षकों की पदस्थापना नहीं होने के कारण बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो दूर पाठ्यक्रम पूरा होना भी मुश्किल है। यह किसी खास विद्यालय की स्थिति नहीं बल्कि अधिकांश उत्क्रमित उच्च विद्यालयों का यही हाल है। प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय कचौरा में कक्षा नौवीं एवं दसवीं में 291 छात्र नामांकित हैं। तीन वर्ष पूर्व विद्यालय को उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय बनाया गया है। उच्च विद्यालय का दो मंजिला भवन भी बना दिया गया, लेकिन शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है। जबकि विद्यालय के दसवीं कक्षा के छात्र अबकी मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। शिक्षकों के अभाव में बच्चों को को¨चग संस्थान के भरोसे निर्भर रहना पड़ रहा है। इस संबंध में स्थानीय मुखिया संयुक्ता देवी, पूर्व मुखिया दिनेश विश्वास, सेवानिवृत शिक्षक रवि लाल विश्वास, हीरा विश्वास, पवन विश्वास आदि ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से उच्च विद्यालय में शिक्षकों की पदस्थापना सुनिश्चित करने को लेकर आवश्यक पहल करने की मांग की है।