शिक्षकों की हुई सुनवाई, 22 को अफसरों से होगा सवाल-जवाब

भोजपुरमें 425 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन और ट्रांसफर किए जाने के मामले में सोमवार को आरडीडीई (क्षेत्रीय शिक्षा उप-निदेशक) चंद्रशेखर कुमार के दफ्तर में सुनवाई हुई। सुनवाई में 88 शिक्षक पहुंचे।
डीबी स्टार ने 15 जुलाई को त्रुटिबता जिस आदेश को रोका, उसी को किया लागू, निलंबित को भी प्रोन्नति शीर्षकसे खबर प्रकाशित की थी। खबर के बाद यह पहली गंभीर कार्रवाई हुई है। शिक्षकों ने सुनवाई के दौरान अपनी-अपनी बातें रखीं। उनके स्टेटमेंट को रिकार्ड भी किया गया है। चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है कि क्या कार्रवाई की जाएगी।

22को पक्ष रखेंगे पूर्व डीईओ, तर्क से जवाब देंगे वर्तमान डीईओ

22जुलाई को वर्तमान पूर्व डीईओ और डीपीओ को बुलाया गया है। उनकी बात सुनी जाएगी। आरडीडीई ने बताया कि पूर्व वर्तमान डीईओ क्या सफाई देते हैं और उनकी सफाई में आरोप के मद्देनजर कितना दम है इसकी पड़ताल की जाएगी। भोजपुर जिले के वर्तमान डीईओ पहले ही आरडीडीई, पटना को लिखे पत्र में प्रोन्नति ट्रांसफर में हुई गड़बड़ी की बात कह चुके हैं।

डीबी स्टार से शिक्षकों की बात हुई। शिक्षकों ने ये मांगें रखी हैं-

{ डिग्रीकी जांच हो, क्यों कि अमान्य डिग्रीधारियों की जांच के बिना प्रमोशन दिया गया है।

{ लगभग दो दर्जन महिला शिक्षकों को उनकी इच्छा के विपरीत दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया है।

{ वरीय शिक्षकों की अनदेखी की गई है। कई कनीय शिक्षकों को शहर के आसपास जबकि वरीय को 50-60 किमी दूर भेज दिया गया है।

{ गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

संघ के अनुसार निर्देशों की अवहेलना की गई है

माध्यमिकशिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हरेन्द्र राय ने कहा है कि शिक्षकों की पोस्टिंग में पारदर्शिता बरती जाए। इसका अभाव वर्तमान पोस्टिंग में है। संघ ने डीईओ से पोस्टिंग में हुई गड़बड़ी दूर करने की मांग की है। संघ का कहना है कि दिशा-निर्देश की अवहेलना करते हुए वरीय शिक्षकों को उनके मूल स्कूल से काफी दूर पोस्टिंग की गई है। नियमानुसार ऐसे शिक्षकों की पोस्टिंग संबंधित स्कूल या उसी प्रखंड में वरीयता के हिसाब से करना चाहिए। आरोप लगाया है कि तत्कालीन भोजपुर डीईओ ने आननफानन यह ट्रांसफर किया था।