सीवान : वित्तरहित शिक्षा संघर्ष मोरचा के जिलाध्यक्ष प्रो. जयराम
यादव ने कहा है कि संघ ने शिक्षकों व छात्रों के हित में हड़ताल को समाप्त
किया है. इसके बाद अभी तक लगभग 80 प्रतिशत शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य में
योगदान दे दिया है. वहीं, जो शिक्षक अभी तक वंचित रह गये हैं वे लोग एक-दो
दिनों में अपना योगदान दे देंगे.
उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य को देखते हुए बहिष्कार के 32
दिनों बाद हमलोगों ने मूल्यांकन करने का निर्णय लिया. क्योंकि अगर बहिष्कार
अधिक दिनों तक जारी रहता, तो इसका असर छात्रों के रिजल्ट पर पड़ता.
इस कारण इनका नाम उच्च शिक्षा के लिए नहीं लिखा पाता और इनकी पढ़ाई
काफी पीछे हो जाती. मालूम हो कि शिक्षकों ने 15 मार्च से ही बहिष्कार को
शुरू किया था और बाद में प्रदेश नेतृत्व के अाह्वान पर इसे समाप्त कर दिया
है.