आंगनबाड़ी सेविकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करे राज्य सरकार

आंगनबाड़ीसेविकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर करीब 500 से अधिक सेविका एवं सहायिकाओं ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया।
पटना जिला की अध्यक्ष कुमारी रंजना यादव ने कहा कि जब तक हमारी मांग सरकार नहीं मानेगी तब तक आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका अनिश्चित काल धरना पर रहेंगी। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला बंद रहेगा। मौैके पर प्रदेश अध्यक्ष कुमारी गीता एवं अन्य सेविका-सहायिका मौजूद थीं।

ये हैं मुख्य मांगें

{सरकारीकर्मचारी घोषित करते हुए वेतन लागू करें एवं श्रम अधिनियम संशोधन कर कैबिनेट से कुशल मजदूर का दर्जा प्रदान करें। {विकासशील राज्यों की भांति बिहार की सेविका-सहायिकाओं को केंद्र सरकार के दोगुने मानदेय का भुगतान करें। आंगनबाड़ी सेविकाओं से केवल निर्धारित छह सेवा कार्य लिया जाए। {बिहार सरकार द्वारा संविदाकर्मी को स्थायी करने की रिपोर्ट लागू की जाए। {जन-प्रतिनिधि द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर प्रताड़ित किया जाता है, उससे मुक्त कराया जाए। {बकाया मानदेय की राशि एवं हड़ताल अवधि की कटौती मानदेय की राशि समायोजन कर जल्द भुगतान किया जाए।

प्रेरक समन्वयकों को शिक्षक का दर्जा दें

पटना|बिहारराज्यसाक्षरता प्रेरक समन्वयक संघ की ओर से सोमवार को 5 सूत्री मांगों को लेकर गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर धरना दिया गया। प्रदेश महासचिव नीलांबर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार समान काम का समान वेतन प्रेरक समन्वयकों को दिया जाए एवं साक्षरता कार्यक्रम में बिहार सरकार द्वारा एकरूपता लाई जाए। संविदा पर नियोजित सभी प्रेरक समन्वयकों को शिक्षक का दर्जा दिया जाए। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अनुज कुमार राय, त्रिपुरारी कुमार सिंह, मसूद, सुष्मिता, कंचन, संगीता, पिंकी, अनुप्रिया, रंजू, सरिता, नंदनी आदि मौजूद थे।

पंचायत सचिव संघ ने किया प्रदर्शन

पटना|कार्यरतएवं सेवानिवृत पंचायत सचिवों का एसीपी, एमसीपी का लाभ, मृत पंचायत सचिवों की विधवाओं को पारिवारिक पेंशन आदि मांगों को लेकर बिहार राज्य पंचायत सचिव संघ ने सोमवार को समाहरणालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। संघ के महामंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि मांगों पर 15 दिनों के अंदर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 27 अप्रैल को होने वाले राज्यस्तरीय महाधरना में आंदोलन का ऐलान किया जाएगा। मौके पर कृष्णनंदन शर्मा, रमाकांत गिरि, पृथ्वी प्रसाद, सत्यनारायण, शकील, सरयू, गौरव, भीम आदि उपस्थित थे।