सप्तम वेतन से वंचित होने पर भड़के शिक्षक

दरभंगा। सप्तम वेतनमान के लाभ से वंचित होने की सूचना मिलते ही नियोजित शिक्षकों का पारा चढ़ने लगा है। नियोजित शिक्षक इसे अपने साथ भेदभाव की नीति बताते हुए राज्य कर्मचारी का दर्जा पाने के उतावले हो रहे हैं। सप्तम वेतनमान पाने के लिए आरपार की लड़ाई छेडऩे के मूड में नियोजित शिक्षक शनिवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले जुटे।
संघ क प्रदेश उपाध्यक्ष शंभू यादव ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के प्रति कभी भी संवेदनशील नहीं रही। जिसके कारण आज हमें सप्तम वेतनमान के लाभ से वंचित किया जा रहा है। लेकिन शिक्षकों का दोहन कर सदन में बैठे हमारे नेताओं को इसकी ¨चता नहीं है। उन्हें केवल वेतनमान और सेवाशर्त का ढिढोरा पीटने आता है। लेकिन सप्तम वेतनमान और राज्य कर्मचारी के दर्जे की लड़ाई अब संपूर्ण बिहार में छोड़कर हम सरकार को झुकाना भी जानते हैं। हमने पूरे बिहार में आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। इसके खिलाफ 13 जनवरी को जिलों के मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार को सचेत किया जायेगा। बैठक को प्रमंडलीय संयोजक बलराम राम, अजय कुमार, संजय कुमार राय, पुष्पा कुमारी, प्रकाश झा, सगीर अहमद, जमशेद आलम, अजय कुमार मिश्र, संगीता कुमारी, कृष्णा पासवान, सत्य प्रकाश, अलाउद्दीन, जितेंद्र चौपाल, देवेंद्र यादव और राजेश पंडित आदि ने भी संबोधित किया। उधर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट की आदर्श मध्य विद्यालय में श्री नारायण यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 28 जनवरी को डीएम के समक्ष धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। जिला सचिव नंदन कुमार ¨सह, संयुक्त सचिव मो. इमरान, चंद्रशेखर आजाद, विनोद भारती मो. असलम और जीवछ पासवान ने कहा कि शिक्षक सरकार को अपनी शक्ति का अहसास करा कर रहेंगी।