यहां शिक्षक अच्­छे, अन्­य कार्यों में उलझे

बक्सर। सूबे में सरकारी शिक्षा की बदहाली के लिए अक्­सर शिक्षकों को दोष दिया जाता है, लेकिन, अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ऐसा नहीं मानता। संघ की राष्­ट्रीय समन्­वयक निशा कैरे का कहना है कि बिहार में शिक्षक बहुत अच्­छे हैं, लेकिन यहां सरकारी स्­कूलों में बुनियादी ढांचे की वजह से शिक्षा का माहौल नहीं बन पा रहा है।

सुश्री कैरे संघ की उस टीम का हिस्­सा है, जो संघ को शिक्षा के प्रति उत्­तरदायी व सशक्­त बनाने लिए स्­वीडन के शिक्षक संघ से मिलने वाले सहयोग की समीक्षा करने आयी है। टीम के सदस्­यों ने जिले के खरहाटांड में स्कूल का निरीक्षण किया और स्­कूलों के बुनियादी ढांचे का अवलोकन किया। इस मौके पर सुश्री कैरे ने कहा कि यहां शिक्षकों को छह माह से वेतन नहीं मिला है। हमेशा उनका वेतन अनियमित रहता है। शिक्षकों के पास शिक्षा बांटने के अलावे भी और दूसरे बहुत काम है। शिक्षकों के जिम्­मे ही मध्­याह्न भोजन भी है। उन्­होंने कहा कि जब शिक्षकों को इतने कार्यों में उलझा कर रखा गया है तो फिर केवल पढ़ाई में वे ध्­यान नहीं लगा पाते। दल के सदस्­य व जवाहर लाल नेहरु विश्­वविद्यालय के रिसर्च स्­कालर डा. प्रमोद शर्मा ने बताया कि उन लोगों की शिक्षकों का वेतन नियमित करने के सिलसिले में शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी से भी बात हुई है और उन्­होंने जल्­द भुगतान नियमित करने का भरोसा दिया है। इस मौके पर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्­यक्ष रामावतार पांडेय, सुरेन्­द्र पांडेय, मनोज कुमार, अखिलेश चौबे, उदय कुमार मिश्र व बेदपाल ¨सह आदि मौजूद थे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC