सीतामढ़ी़। एक ओर जहां सरकार द्वारा शिक्षकों के शैक्षणिक - प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कराया जा रहा है, औरं फर्जी प्रमाण पत्रधारी शिक्षकों को त्याग पत्र देने का निर्देश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए जिले में दलालों का रैकेट सक्रिय है, जो अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर मोटी रकम की बदौलत फर्जी शिक्षकों की नौकरी बरकरार रखने में कामयाब हो रहे है। इतना ही नहीं सरकार द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच के लिए गठित निगरानी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।